प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने का कारण, बोले- मीडिया तटस्थ नहीं रहा
लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे समूह को दिए साक्षात्कार में कई प्रमुख मुद्दों पर बात की, जिसमें प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने को लेकर भी सवाल पूछा गया। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मीडिया पहले जैसा तटस्थ नहीं रहा, उसकी प्रकृति बदल गई है। उन्होंने कहा कि वह संसद के प्रति जवाबदेह हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया अब अलग इकाई नहीं रहा, अनेक लोगों की तरह उसके भी विचार लोग जान चुके हैं।
आगे क्या बोले मोदी?
मोदी ने कहा, "मीडिया का पहले कोई चेहरा नहीं था। मीडिया में कौन लिख रहा है, किसके क्या विचार हैं, इससे किसी को कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन आज स्थिति काफी बदल गई है।" उन्होंने यह भी कहा कि पहले संचार के माध्यम सीमित थे, लेकिन अब नहीं है। पहले आप मीडिया के बिना कहीं जा नहीं सकते थे, लेकिन आज बिना मीडिया के भी जनता अभी आवाज बता सकती है और जवाब दे सकती है।
प्रधानमंत्री से क्यों पूछा गया यह सवाल?
उन्होंने साक्षात्कार में कहा, "मीडिया को लेकर एक संस्कृति बन गई है कि कुछ भी मत करो, बस इनको संभाल लो तो बात पहुंच जाएगी, जबकि मुझे उस ओर नहीं जाना, मेहनत करनी है।" बता दें कि पिछले 10 साल के शासनकाल में प्रधानमंत्री मोदी पर यह आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने कभी सार्वजनिक तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की। हालांकि, उन्होंने इस दौरान अलग-अलग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अखबार और न्यूज चैनलों को साक्षात्कार दिए हैं।