आंध्र प्रदेश: चंद्रबाबू नायडू की NDA में वापसी लगभग तय, पवन कल्याण ने निभाई अहम भूमिका
लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं। भाजपा का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) अपने 400 सीटों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन बनाने में जुटा हुआ है। बिहार के बाद उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के साथ-साथ अब पार्टी आंध्र प्रदेश में पवन कल्याण और चंद्रबाबू नायडू को गठबंधन में शामिल करने के प्रयास में जुट गई है।
TDP और भाजपा के शीर्ष नेताओं में दिल्ली में मुलाकात
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष नायडू ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद से ये अटकलें हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और TDP साथ या सकते हैं। न्यूज 18 ने अपनी एक रिपोर्ट में TDP सूत्रों के हवाले से कहा, "बैठक सार्थक रही और ऐसा लग रहा है कि जल्द ही कोई घोषणा हो सकती है। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी उम्मीदें सामने रखीं।"
अभी सीटों को लेकर नहीं हुई कोई बातचीत
सूत्रों ने पुष्टि की कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी है, लेकिन सीटों पर चर्चा नहीं हुई। नायडू के गुरुवार सुबह हैदराबाद लौटने की उम्मीद है, लेकिन वह फिर दिल्ली का दौरा कर सकते हैं। नायडू ने पहले भी दिल्ली का दौरा कर नड्डा और शाह के साथ गुपचुप बैठक की थी। सूत्रों ने कहा कि नायडू के बेटे और TDP विधायक नारा लोकेश भी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मिल चुके हैं।
पहले NDA में ही थे नायडू
नायडू 2014 से भाजपा के मजबूत सहयोगी हुआ करते थे, लेकिन आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर मार्च, 2018 में NDA से अलग हो गए। सितंबर, 2023 में जब जगन सरकार ने कौशल विकास घोटाले में नायडू को गिरफ्तार किया, तब उनके स्वास्थ्य की चिंता को लेकर लोकेश ने शाह से मुलाकात की और शाह ने आश्वस्त किया कि केंद्र की इसमें कोई भूमिका नहीं। इसके बाद से दोनों पार्टियों की नजदीकियां फिर बढ़ने लगीं।
पवन को मिली थी TDP को साथ लाने की जिम्मेदारी, दोबारा जाएंगे दिल्ली
जनसेना पहले से ही NDA का हिस्सा है और आंध्र प्रदेश में TDP की सहयोगी भी है। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, शाह ने जनसेना प्रमुख पवन कल्याण को TDP को गठबंधन में साथ लाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। 3 दिन पहले ही पवन अमरावती में नायडू के आवास पर उनसे मिले थे। अन्य सूत्रों ने दावा किया कि भाजपा के शीर्ष नेता पवन से भी मिलेंगे, जिनके गुरुवार को दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
पवन कल्याण ने क्यों किया था TDP के साथ गठबंधन?
पवन राज्य में जगन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार के कट्टर आलोचक रहे हैं। उन्होंने घोषणा की थी कि वह किसी के साथ भी गठबंधन करने को तैयार हैं, जो जगन को सत्ता से हटा दे। कल्याण ने अक्सर जगन सरकार को 'भ्रष्ट' कहा है। जब नायडू जेल में थे तब पवन ने उनसे मिलने के बाद गठबंधन की घोषणा की थी। अब वे दोनों भाजपा के साथ हाथ मिला सकते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
पिछले एक महीने में YSRCP के 3 मौजूदा सांसदों ने इस्तीफा दिया है। 10 जनवरी को जगन सरकार द्वारा पिछड़े समुदाय के साथ किए गए कथित दुर्व्यवहार से परेशान होकर कुरनूल के सांसद संजय कुमार ने पार्टी छोड़ दी थी। मछलीपट्टनम से मौजूदा सांसद वल्लभानेनी बालाशोवरी 4 फरवरी को जनसेना में शामिल हो गए थे। नरसरावपेट का प्रतिनिधित्व करने वाले लावु श्री कृष्ण देवरायलु ने भी इस्तीफा दे दिया और वह TDP में शामिल हो सकते हैं।