स्वाति मालीवाल: IT कर्मचारी से AAP का राज्यसभा उम्मीदवार बनने तक का सफर और विवाद
आम आदमी पार्टी (AAP) ने शुक्रवार को 19 जनवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की। पार्टी ने दिल्ली महिला आयोग (DCW) की प्रमुख स्वाति मालीवाल, एनडी गुप्ता और संजय सिंह को चुनाव में उतारने का फैसला लिया है। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) ने आधिकारिक तौर पर इन नामांकनों पर मुहर लगा दी है। स्वाति को पहली बार चुनाव की टिकट मिली है। आइए उनके बारे में जानते हैं।
IT स्नातक हैं स्वाति, नौकरी छोड़ समाजसेवा से छुड़ीं
15 अक्टूबर, 1984 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जन्मीं स्वाति मालीवाल के पिता का नाम अशोक मालीवाल है और मां का नाम संगीता है। स्वाति ने दिल्ली के जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से सूचना प्रौद्योगिकी (IT) से स्नातक किया है। इसके बाद उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर मनीष सिसोदिया के NGO 'परिवर्तन' से जुड़ गईं। स्वाति भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना हजारे के आंदोलन की कोर समिति की सदस्य भी रहीं।
राजनीति में कैसा रहा सफर?
स्वाति AAP की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। दिल्ली में जब पहली बार AAP की सरकार बनी तब स्वाति को मुख्यमंत्री जन शिकायत सेल का प्रमुख बनाया गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 में उन्हें DCW का अध्यक्ष बनाया था। उनका प्राथमिक कार्यकाल 2018 में समाप्त हो गया, लेकिन इसे आगे बढ़ा दिया गया। इस पद पर रहने के दौरान वह कई बार सुर्खियों में रहीं। वह बलात्कारियों को मौत की सजा के लिए भूख हड़ताल कर चुकी हैं।
स्वाति ने मजबूती से उठाए महिलाओं से जुड़े मुद्दे
महिला आयोग अध्यक्ष के पद पर रहते हुए पिछले 8 साल में स्वाति महिलाओं से जुड़े मुद्दों को काफी मजबूती से उठाने के लिए सुर्खियों में रही हैं। स्वाति ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि उनकी टीम ने महिलाओं से जुड़े 1.7 लाख मामले देखे हैं और पिछले आयोग की तुलना में 700 प्रतिशत अधिक मामले दर्ज किए गए। स्वाति अक्सर रात में महिलाओं के लिए असुरक्षित जगहों का औचक निरीक्षण करती हैं।
पति की भी कर चुकी हैं आलोचना, हो चुका है तलाक
स्वाति का निजी जीवन उतना सफल नहीं रहा है। उन्होंने और नवीन जयहिंद ने अपने सियासी सफर की शुरुआत एक साथ की थी। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान दोनों मिले और फिर शादी कर ली। नवीन ने हरियाणा में AAP की कमान संभाली, लेकिन उतने सफल नहीं रहे। 2018 में नवीन ने भाजपा की महिला नेताओं को लेकर एक बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। तब स्वाति ने इसकी सार्वजनिक आलोचना की थी। फरवरी, 2020 में दोनों ने तलाक ले लिया।
स्वाति ने पिता पर लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप
स्वाति ने अपने पिता पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि बचपन में उनके पिता उनका यौन उत्पीड़न करते थे। इसके अलावा उन्होंने दावा किया था कि जब वह छोटी थीं, तब उनके पिता उन्हें बुरी तरह मारते थे और वह उनसे बचने के लिए पलंग के नीचे छिप जाती थीं। उन्होंने बताया था कि जब वह चौथी कक्षा में थीं, तब उनके पिता ने उनका सिर दीवार पर दे मारा था।
स्वाति पर लग चुके हैं भ्रष्टाचार के आरोप
साल 2022 में स्वाति पर भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था। दिल्ली की भ्रष्टाचार विरोधी शाखा (ACB) ने महिला आयोग में अवैध नियुक्तियों के आरोप में उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी। ACB ने दावा किया था कि 91 नियुक्तियों में नियमों की अनदेखी हुई। ये नियुक्तियां 6 अगस्त, 2015 से लेकर 1 अगस्त, 2016 के बीच की गईं। हालांकि, दिल्ली हाई कोर्ट ने स्वाति को राहत देते हुए सुनवाई पर रोक लगा दी थी।