राजस्थान के मंत्री के बेटे पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती पर फेंकी गई स्याही
राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी के बेटे पर रेप का आरोपी लगाने वाली 23 वर्षीय युवती के चेहरे पर दिल्ली में तरल पदार्थ फेंका गया है। दक्षिण पश्चिम जिले की DCP इशा पांडे ने कहा कि शनिवार रात को PCR कॉल आई थी कि बदमाश एक लड़की के चेहरे पर कुछ फेंककर फरार हो गए हैं। इस हमले के बाद पीड़िता को तुरंत AIIMS के ट्रॉमा सेंटर में ले जाया गया था। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
अपनी मां के साथ जा रही थी पीड़िता
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि शनिवार रात करीब 9:30 बजे वह कालिंदी कुंज रोड के पास जा रही थी। तभी बाइक पर आए दो युवकों ने उसके मुंह पर कुछ फेंका और भाग गए। DCP पांडे ने बताया कि पीड़िता के चेहरे पर फेंका गया नीला तरल पदार्थ प्रथम दृष्टया स्याही लग रही है। पीड़िता की शिकायत पर शाहीन बाग थाने की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पीड़िता ने लगाया धमकी देने का आरोप
पीड़िता ने आरोप लगाया कि बदमाशों ने भागते हुए यह धमकी दी थी कि अगर वह मंत्री के बेटे के खिलाफ दर्ज मामला वापस नहीं लेती है तो इससे भी बुरा हाल होगा। यह एक महज एक ट्रेलर है।
दिल्ली महिला आयोग ने लिया मामले का संज्ञान
दिल्ली महिला आयोग ने पीड़िता पर स्याही फेंकने के हमले का संज्ञान लिया है। आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर लिखा, 'जिस लड़की ने राजस्थान मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पे रेप का आरोप लगाया, उसके चेहरे पे आज दिल्ली में 2 अज्ञात लोगों ने कुछ पदार्थ फेंका। अशोक गहलोत जी, अपने मंत्री के बेटे को बचाने की जगह गिरफ़्तार करें। मैं दिल्ली पुलिस को नोटिस इशू कर रही हूँ इस अटैक पे FIR के लिए।'
मंत्री के बेटे पर रेप का आरोप
इससे पहले पीड़िता ने सदर बाजार पुलिस थाने में शिकायत देकर रोहित जोशी पर रेप का आरोप लगाया था। पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा था कि वह फेसबुक के जरिये 2020 में रोहित जोशी के संपर्क में आई थी। जनवरी, 2021 में वह उसे सवाई माधोपुर ले गया, जहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ देकर उसके साथ रेप किया गया।
कोर्ट से रोहित को मिली राहत
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जीरो FIR दर्ज मामला जयपुर ट्रांसफर कर दिया था, जहां इसे नियमित FIR में बदल दिया गया। पुलिस ने रोहित की तलाश में 15 मई को उनके घर पर छापेमारी भी की थी, लेकिन वो गायब मिले। फिलहाल कोर्ट से रोहित को राहत मिली हुई है, लेकिन पेशी के लिए उन्हें जांच अधिकारी के सामने पेश होना होता है। अब पुलिस रोहित के मोबाइल को खंगालकर जांच को आगे बढ़ाएगी।