बिहार: नीतीश ने अपहरण के केस में घिरे कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री पद से हटाया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपहरण के एक केस में घिरे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री के पद से हटा दिया है। हालांकि वह अभी भी मंत्री बने रहेंगे और उन्हें गन्ना उद्योग विभाग सौंपा गया है। वहीं अभी तक गन्ना उद्योग संभाल रहे RJD के ही शमीम अहमद को कानून मंत्री बनाया गया है। माना जा रहा है कि भाजपा के हमलों को कुंद करने के लिए नीतीश ने ये कदम उठाया है।
कार्तिकेय सिंह पर क्या आरोप हैं?
कार्तिकेय सिंह के खिलाफ बिहटा थाने में राजीव रंजन उर्फ राजू सिंह नामक बिल्डर के अपहरण का मामला दर्ज है। आरोप है कि कार्तिकेय ने मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह समेत 16 अन्य लोगों ने साथ मिलकर हत्या के लिए बिल्डर के अपहरण की योजना बनाई थी। कार्तिकेय को 16 अगस्त को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था, लेकिन इस दिन वो कानूनी मंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
कार्तिकेय सिंह को 1 सितंबर तक मिला हुआ है गिरफ्तारी से संरक्षण
कार्तिकेय सिंह को मामले में गिरफ्तारी से सुरक्षा मिली हुई है और 12 अगस्त को दानापुर जिला कोर्ट ने मोकामा पुलिस को 1 सितंबर तक उन्हें गिरफ्तार न करने का निर्देश दिया था। कल उनका ये संरक्षण खत्म हो जाएगा और उन्हें कोर्ट के सामने पेश होना पड़ेगा। माना जा रहा है कि नीतीश को आशंका है कि सुनवाई के दौरान कोर्ट सिंह पर तल्ख टिप्पणी कर सकता है जिससे सरकार सवालों में आएगी और इसलिए उन्हें हटाया गया है।
मामले में नीतीश और सरकार पर हमलावर रही है भाजपा
इसे मामले पर राजनीति भी खूब हुई है और कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री बनाए जाने के बाद भाजपा ने इसे जंगलराज की वापसी बताया था। पार्टी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि जिस नेता को कोर्ट में आत्मसमर्पण करना था, उसे कानून मंत्री बना दिया गया। उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला नीतीश की जानकारी में था, फिर भी उन्होंने सिंह को मंत्री बनाया। नीतीश ने मामले की कोई भी जानकारी होने से इनकार किया था।
बाहुबली अनंत सिंह के बेहद करीबी हैं कार्तिकेय सिंह, दूसरे सबसे अमीर मंत्री
मोकामा के शिवनार गांव से आने वाले कार्तिकेय सिंह इलाके के पूर्व विधायक और बाहुबली अनंत सिंह के बेहद करीबी रहे हैं। अनंत जब भी जेल गए तो उनके सारे काम सिंह ही संभालते थे। अनंत अभी जेल में बंद हैं। सिंह पर भी चार मामले दर्ज हैं। सिंह पैसे के मामले में भी कम नहीं हैं और वह नीतीश कुमार की कैबिनेट के दूसरे सबसे अमीर मंत्री हैं। उनके पास लगभग 23 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
न्यूजबाइट्स प्लस
बिहार में इस महीने सत्ता परिवर्तन हुआ है। नीतीश ने महीने की शुरूआत में भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया जिसके बाद दोनों के गठबंधन वाली बिहार सरकार गिर गई। भाजपा से गठबंधन तोड़ते हुए नीतीश ने 9 अगस्त को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था और फिर मुख्य विपक्षी पार्टी रही RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली। उन्होंने 10 अगस्त को रिकॉर्ड आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।