
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री जयशंकर को लोकसभा चुनाव में उतार सकती है भाजपा
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव में भाजपा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर पर भी दांव खेल सकती है।
मंगलवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संकेत दिए हैं कि दोनों नेता इस बार चुनाव मैदान में उतरेंगे।
ये दोनों ही नेता अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के 2 सबसे प्रभावशाली मंत्री हैं और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं। खास बात ये है कि इन दोनों ने अब तक कोई लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है।
बयान
कर्नाटक या किसी अन्य राज्य से लड़ सकते हैं चुनाव- जोशी
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि भाजपा आलाकमान की इस बार दोनों नेताओं को लोकसभा चुनाव में उतारने की योजना है, लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि कौन किस सीट से चुनाव लड़ेगा।
उन्होंने कहा कि संभव है कि केंद्रीय मंत्री सीतारमण और एस जयशंकर को कर्नाटक या किसी अन्य राज्य से उतारा जा सकता है। हालांकि, बाद में जोशी अपने बयान से पलट गए।
पलटी
जोशी बोले- पार्टी नेतृत्व का होगा अंतिम फैसला
केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा, "मेरा कहना है कि कोई भी चुनाव लड़ सकता है और मैंने किसी व्यक्ति विशेष के चुनाव लड़ने की नहीं कहा है। भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और हमारा नेतृत्व ही अंतिम फैसला करेगा। जब कुछ अभी तय नहीं हुआ है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा तो मैं कैसे कुछ टिप्पणी कर सकता हूं।"
बता दें कि अभी वित्त मंत्री सीतारमण कर्नाटक और विदेश मंत्री जयशंकर गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं।
निर्मला
2008 में भाजपा में शामिल हुई थीं सीतारमण
सीतारमण 2008 में भाजपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने 2014 तक पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कार्य किया।
2014 लोकसभा चुनाव और नरेंद्र मोदी के देश की सत्ता संभालने के बाद वह उनके मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री बनीं। इसी साल वह कर्नाटक से राज्यसभा की सदस्य बनीं।
वह 2017 से 2019 तक रक्षा मंत्री भी रहीं और वर्तमान में उनके पास वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी है।
जयशंकर
2019 में मोदी मंत्रिमंडल में जयशंकर को मिली जगह
जयशंकर एक राजनयिक थे। उन्होंने 2015 में विदेश सचिव के रूप में कार्य किया। 2019 में उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिली। 2019 में ही वे भाजपा की तरफ से राज्यसभा के सदस्य बने।
वह वर्तमान में विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हाल के कुछ सालों में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों में भारतीय विदेश नीति को दृढ़ता से सामने रखा और उन्हें इस वजह से सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रियता मिली है।