
राज्यसभा चुनाव: समाजवादी पार्टी में टूट के आसार; मुख्य व्हिप का इस्तीफा, क्रॉस वोटिंग करेंगे विधायक
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान के बीच समाजवादी पार्टी (SP) में टूट की संभावना है। इन अटकलों के बीच पार्टी विधायक मनोज पांडे ने मुख्य व्हिप के पद से इस्तीफा दे दिया।
खबर है कि पांडे के इस्तीफे के बाद उनके नेतृत्व में कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। अब आशंका जताई जा रही है कि SP की ओर से अब क्रॉस वोटिंग हो सकती है।
टूट
SP में बगावत की सुगबुगाहट
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार सुबह लोक भवन में SP विधायक मनोज पांडे, राकेश पांडे, राकेश प्रताप सिंह, विनोद चतुर्वेदी और अभय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
इसके बाद से उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
कयास लग रहे हैं कि पांडे रायबरेली सीट से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं, जबकि अन्य विधायकों को भी टिकट मिल सकता है।
ट्विटर पोस्ट
SP विधायक पार्टी के खिलाफ जाकर करेंगे वोट
राकेश सिंह, अभय सिंह और राकेश पांडे समाजवादी पार्टी के विधायक हैं, लेकिन अंतरात्मा की आवाज पर BJP को राज्यसभा चुनाव में वोट देंगे... pic.twitter.com/JqNnorascA
— ANIL (@AnilYadavmedia1) February 27, 2024
झटका
विधायकों की बगावत अखिलेश के लिए बड़ा झटका
पार्टी विधायकों की बगावत से चुनाव से पहले SP प्रमुख अखिलेश यादव को एक बड़ा झटका लगा है। इससे पहले सोमवार को अखिलेश द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी 8 पार्टी विधायक शामिल नहीं हुए थे।
दूसरी ओर अपना दल (कमेरावादी) नेता पल्लवी पटेल का दावा है कि उनके और अखिलेश के बीच फोन पर राज्यसभा वोटिंग को लेकर कहासुनी हुई।
उनसे अखिलेश ने कहा कि आपका वोट नहीं चाहिए और वह भी रात्रिभोज में शामिल नहीं हुईं।
धमकी
विधायकों को क्रॉस वोटिंग के लिए दी जा रही धमकी- अखिलेश
SP प्रमुख अखिलेश ने कहा, "हर किसी में सरकार के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत नहीं होती। भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। हमारे विधायकों को क्रॉस वोटिंग के लिए धमकी दी जा रही है।"
उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने वोट पाने के लिए सब कुछ किया और जो लोग चले गए, उनमें सरकार से लड़ने की हिम्मत नहीं रही होगी। हम ऐसे लोगों को अपनी पार्टी से दूर रखेंगे।"
गणित
राज्यसभा सीटों के लिए किस पार्टी के कितने उम्मीदवार?
उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए पहले 10 उम्मीदवार ही मैदान में थे, जिनमें से SP के 3 और भाजपा के 7 उम्मीदवार थे। इस बीच भाजपा ने 8वां उम्मीदवार मैदान में उतारकर एक सीट पर पेंच फंसा दिया।
इससे SP को अपने एक उम्मीदवार को जिताने में मुश्किलें आ सकती हैं।
उत्तर प्रदेश की कुल 403 विधानसभा सीटें हैं, जिनसे में 4 सीटें खाली होने के कारण 399 विधायक वोटिंग में हिस्सा ले सकते हैं।
सीट
SP कैसे गंवा सकती है राज्यसभा एक सीट?
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा का एक उम्मीदवार जिताने के लिए 37 विधायकों के वोट चाहिए।
SP के पास 108 विधायक हैं, जिससे उसके 2 उम्मीदवारों की जीत तो तय है। इसके बाद उसके पास 34 विधायक बचे और उसके पास कांग्रेस के 2 विधायकों का समर्थन भी है।
अगर विधायकों ने क्रॉस-वोटिंग की तो उसका खेल बिगड़ सकता है।
दूसरी तरफ भाजपा के पास भी आठवें उम्मीदवार को जिताने के लिए अपने दम पर पर्याप्त संख्याबल नहीं है।