अरविंद केजरीवाल बोले- भाजपा चाहती है हम उनकी पार्टी में शामिल हो जाएं
क्या है खबर?
दिल्ली के शराब नीति घोटाले में घिरे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) शिकंजा कसता जा रहा है। इस बीच रविवार को केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा, "मेरे ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन मैं डटा हुआ हूं। ये कहते हैं कि भाजपा में शामिल हो जाओ छोड़ देंगे। मैं क्यों भाजपा में शामिल हो जाऊं? मैं झुकने वाला नहीं हूं।"
दूसरी ओर केजरीवाल ने राज्यपाल के लिखे पत्र का भी जवाब दिया है।
रिपोर्ट
केजरीवाल बोले- भाजपा में चले जाओ तो सारे खून माफ
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केजरीवाल ने यह बयान नई दिल्ली के किराड़ी में 2 स्कूल भवनों की आधारशिला रखने के दौरान आयोजित समोराह में दिया।
उन्होंने कहा, 'जो मर्जी षडयंत्र कर लें हमारे खिलाफ। कुछ नहीं होने वाला। मैं भी झुकने वाला नहीं हूं। मैं भाजपा में कतई नहीं जाऊंगा। भाजपा में चले जाओ तो सारे खून माफ। हमने क्या गलत काम किया हैं? हम तो स्कूल बनवा रहे हैं। अस्पताल बनवा रहे हैं। सड़क बनवा रहे हैं।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए केजरीवाल ने क्या कहा?
#WATCH दिल्ली: नए स्कूल भवनों की आधारशिला रखने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "... वे हमें कहते हैं कि भाजपा में शामिल हो जाओ, आपको छोड़ देंगे। मैंने कहा कि मैं भाजपा में शामिल नहीं होऊंगा... हमने कुछ भी गलत नहीं किया है..." pic.twitter.com/yMZUFlYd2r
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 4, 2024
बयान
केजरीवाल ने उपराज्यपाल से कहा- नौकरशाह नहीं सुनते बात
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लिखे पत्र में कहा है कि उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को हटाने की मांग की थी, जो स्वास्थ्य मंत्री के लिखित और मौखिक आदेशों का पालन नहीं करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एक चुनी हुई सरकार कैसे काम करेगी, अगर वरिष्ठ नौकरशाह मंत्री के आदेश मानने से मना कर देंगे? पूर्व में वित्त सचिव ने स्वास्थ्य की कई योजनाओं का पैसा रोका और इससे स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा गई हैं।
मांग
केजरीवाल ने उपराज्पाल से कहा- नौकरशाहों को जल्द हटा दीजिए
केजरीवाल ने उपराज्यपाल से कहा कि उन्होंने कई बार उनको निजी और लिखित तौर पर बताया है कि 2 नौकरशाह मंत्रियों के आदेश नहीं मान रहे और इसकी वजह से दिल्ली में स्वास्थ्य ढांचा ऐसा हो गया।
उन्होंने कहा कि मानता हूं कि आपकी (उपराज्यपाल) जरूर कोई मजबूरी होगी वरना कई बार वादा करने के बावजूद आपने इन नौकरशाहों के नहीं हटाया और आपसे विनती है कि दिल्ली के लोगों के हित में इन अफसरों को हटा दीजिए।
मामला
उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पर जताई थी चिंता
दरअसल, 3 फरवरी को उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली सरकार के अधीन अस्पतालों की दशा पर चिंता जाहिर की थी।
इस पत्र में अस्पतालों के हालात पर मीडिया रिपोर्ट्स और दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणियों का हवाला दिया था।
उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को अपर्याप्त बताया और अस्पतालों में स्टाफ की कमी पर सवाल उठाए थे। इसके बाद केजरीवाल ने उपराज्यपाल के पत्र का जवाब दिया।
जांच
केजरीवाल पर ED और दिल्ली पुलिस ने कसा शिकंजा
केजरीवाल के शराब नीति मामले में 5 समन में गैरहाजिर रहने पर ED ने कोर्ट का रुख किया है। ED ने अपनी याचिका में कहा है कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे। इस मामले की सुनवाई 7 फरवरी को सुनवाई होगी।
दूसरी ओर 5 फरवरी तक दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल को भाजपा पर लगाए आरोपों का सबूत पेश करने को कहा है। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने पार्टी विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की।