#NewsBytesExclusive: चुनाव, राजनीति और गठबंधन पर AAP नेता राघव चड्ढा से खास बातचीत
आम आदमी पार्टी अपना दूसरा लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है। पार्टी ने दिल्ली में छह उम्मीदवार उतार दिए हैं। इन उम्मीदवारों में से एक हैं राघव चड्ढा। राघव पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। हम उनसे मिलने उनके ऑफिस पहुंचे। ऑफिस के बाहर पार्टी के झंडे लगे थे और भीतर चुनावों की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा था। एक तरफ कार्यकर्ता बैठकर चुनावी गणित का हिसाब लगा रहे थे तो दूसरी तरफ ऑफिस की साज-सज्जा जारी थी।
न्यूजबाइट्स से खास बातचीत
इन सबके बीच राघव की बैठक जारी थी। कार्यकर्ताओं से बैठक और थोड़े इंतजार के बाद राघव ने न्यूजबाइट्स से खास बातचीत की। इसमें उन्होंने खुलकर कई सवालों के जवाब दिए।
केजरीवाल को दिया धन्यवाद
सबसे पहले दक्षिण दिल्ली से उम्मीदवार बनाए जाने पर आपको बधाई। अब आप खुद चुनावी मैदान में हैं। इस सफर को कैसे देखते हैं? हमारे इस सवाल के जवाब में राघव ने कहा, "सबसे पहले केजरीवाल को धन्यवाद जिन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया। मैं किसी राजनीतिक परिवार से नहीं आता और न ही मैं बाहुबली हूं। मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी। मैं भगवान का भी शुक्रिया करता हूं कि उन्होंने मुझे यह ताकत दी।"
'शिक्षा के क्षेत्र में हुआ काम AAP सरकार की बड़ी उपलब्धि'
राघव ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की है। दिल्ली के स्कूलों की बात करें तो उनमें बदलाव आया है और यह दिल्ली सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। उन्होंने कहा, "स्कूलों में जो बुरी चीजें थी, हमने वो दूर की हैं। अभी बहुत काम बाकी है। दुनियाभर में यह चर्चा है कि कैसे एक सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में शानदार काम किया है, जबकि उसके पास सारे अधिकार नहीं हैं।"
'LG और भाजपा अटका रहें रोड़ा'
राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली सरकार की कई योजनाए हैं जो उपराज्यपाल (LG) की वजह से धीमी गति से चल रही हैं। साथ ही कई इंफ्रास्ट्रक्ट प्रोजेक्ट और दूसरी योजनाएं पाइपलाइन में हैं जो भाजपा और LG की वजह से पूरी नहीं हुई।
'सरकारी स्कूलों को लेकर लोगों की सोच बदली'
दिल्ली में स्कूलों की बदली हालत के बारे में बताते हुए राघव ने कहा कि अब दिल्ली के लोग सरकारी स्कूलों को बदले हुए नजरिए से देखते हैं। सरकारी स्कूल अब पुराने समय जैसे नहीं रहे हैं। इन स्कूलो में स्टेट-ऑफ-आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, शानदार टीचर्स और सुविधाएं उपलब्ध हैं। कई स्कूलों में स्विमिंग पूल भी है। अब लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। स्कूलों को लेकर लोगों के नजरिए में पूरी तरह बदलाव आया है।
'मोदी-शाह की जोड़ी से देश को खतरा'
कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि भाजपा के उम्मीदवार के सामने विपक्ष का एक उम्मीदवार होना चाहिए।" उन्होंने कहा कि देश का लोकतंत्र बचाने के लिए जरूरी है कि मोदी और शाह की जोड़ी को हराया जाए। संविधान और संघीय ढांचा बचाने के लिए जरूरी है कि विपक्ष एकजुट हो ताकि गैर-भाजपा वोट न बंटे, लेकिन कांग्रेस दिल्ली में हमसे लड़ रही है और यूपी में सपा-बसपा से ताकि भाजपा को फायदा हो।
क्या आम आदमी पार्टी को खुद पर भरोसा नहीं रहा?
राघव ने कहा, "पिछले चार चुनावों में AAP और भाजपा में लड़ाई थी। कांग्रेस के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई तो कांग्रेस तो कहीं लड़ाई में नहीं थी। फिर भी हमारी कोशिश है कि साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी को हराया जा सके।"
'भ्रष्टाचार के मामले में आज भी पुराने स्टैंड पर कायम'
कांग्रेस का विरोध कर राजनीति में आने के सवाल पर राघव ने कहा, "देखिये, हम कांग्रेस का विरोध कर राजनीति में नहीं आए थे। हमने भ्रष्टाचार का विरोध किया था। वहां हम आज भी खड़े हैं। हम पार्टी या व्यक्ति के विरोध में नहीं हैं।" महागठबंधन के सवाल पर राघव ने कहा कि ऐसे प्रयोग राजनीति में होने चाहिए। ये प्रयोग लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में ऐसा हो भी रहा है।
'भाजपा को हराने के लिए विष पीने को भी तैयार'
राघव से हमने पूछा कि AAP अपनी बातों पर कायम नहीं रहती। पहले जिन पार्टियों का विरोध कर रहे थे अब उन्हीं के साथ क्यों जाना चाहते हैं? इस पर राघव ने कहा, "हमारी कोशिश है कि गैर-भाजपा वोटों में बंटवारा न हो। इसके लिए अगर हमें विष भी पीना पड़ा तो हम पी लेंगे। रही बात कांग्रेस की तो कांग्रेस भाजपा की मदद कर रही है। वह दिल्ली, यूपी और बंगाल में भाजपा की सहायता कर रही है।"
'पंजाब का एहसान चुकाने के लिए भाजपा की मदद कर रही कांग्रेस'
राघव ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनावों में भाजपा ने AAP को सरकार में आने से रोकने के लिए अपना सारा वोट कांग्रेस को ट्रांसफर किया था। अब कांग्रेस उस एहसान को चुकाने के लिए भाजपा की मदद करेगी।
'पार्टी छोड़ने वाले कुछ भी बोलें, हमें फर्क नहीं पड़ता'
पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र के सवाल पर राघव ने कहा, "हर पार्टी में अलग-अलग विचारों के लोग होते हैं। अच्छी बात है कि AAP को एक परिवार नहीं चलाता है। हम सब मिलकर पार्टी चलाते हैं। जिन लोगो की अपेक्षाएं पूरी नहीं होती, जिन लोगों को पद और टिकट नहीं मिलता वो पार्टी छोड़ देते हैं।" राघव ने कहा कि पार्टी छोड़ने के बाद ये लोग कुछ भी बोलें, पार्टी को उनसे फर्क नहीं पड़ता।
'भाजपा फेक न्यूज फैलाएगी तो हम काउंटर करेंगे'
हमने राघव से पूछा कि फेक न्यूज के दौर में वे कैसे सुनिश्चित करेंगे कि मतदाता फेक न्यूज के फेर में न फंसे? इस पर राघव ने कहा, "भाजपा झूठा प्रचार करेगी तो हम काउंटर करेंगे। हम जनता को बताएंगे कि भाजपा झूठ बोल रही है। हम कोशिश कर रहे हैं कि लोगों तक सच पहुंचे। फेक न्यूज रोकने में लॉ एंड ऑर्डर एजेंसी का बड़ा हाथ है। उन्हें फेक न्यूज फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।"