जमीन आवंटन मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर CBI का छापा
क्या है खबर?
केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक स्थित घर पर छापेमारी की है। छापेमारी के वक्त हुड्डा अपने घर पर मौजूद थे।
उनके घर के अलावा CBI की टीमें दिल्ली में भी एक साथ 30 से ज्यादा जगहों पर पर छापेमारी कर रही है।
बता दें, CBI ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ 2004-07 के बीच हुए जमीन आवंटन से जुड़े मामले में नए केस दर्ज किए हैं।
ट्विटर पोस्ट
हुड्डा के आवास पर CBI का छापा
A team of CBI officials is present at the residence of former Haryana Chief Minister BS Hooda in Rohtak, Haryana. pic.twitter.com/HwPB5TtvVz
— ANI (@ANI) January 25, 2019
चार्जशीट
पंचकूला प्लॉट आवंटन के मामले में चार्जशीट की अनुमति
हाल ही में हरियाणा के राज्यपाल ने बहुचर्चित AJL मामले में CBI को पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के खिलाफ चार्जशीट फाइल करने की अनुमति दी थी।
हुड्डा पर नियमों के खिलाफ जाकर AJL को उसके अखबार नेशनल हेरल्ड के लिए पंचकूला में जमीन अलॉट करने का आरोप है।
साल 2016 में यह मामला CBI को सौंपा गया था। पंचकूला मामले के अलावा हुड्डा पर गुड़गांव में जमीन आवंटन से जुड़ा एक मामला चल रहा है, जिसमें चार्जशीट फाइल हो चुकी है।
मामला
क्या था जमीन आवंटन का पूरा मामला
AJL को यह जमीन 1982 में इस शर्त के साथ अलॉट की गई थी कि कंपनी छह महीनों के भीतर यहां निर्माण शुरू कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
साल 1992 में प्रशासन ने यह जमीन अपने अधीन ले ली। इसके बदले में 10 फीसदी कटौती कर बाकी राशि कंपनी को लौटा दी।
इसके खिलाफ AJL ने राजस्व विभाग में अपील की।
हुड्डा पर आरोप है कि उन्होंने AJL को फिर से जमीन अलॉट की थी।
मामला
2005 में जमीन की गई अलॉट
इसके लगभग 10 साल बाद 2005 में हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते हुए AJL को यह जमीन फिर से अलॉट कर दी गई।
तब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HUDA) ने यह कहते हुए आपत्ति जताई थी कि 1982 की दर के हिसाब से जमीन अलॉट नहीं की जा सकती।
इस आपत्ति को दरकिनार करते हुए प्रशासन ने 2005 में 1982 की दर पर यह जमीन AJL को अलॉट कर दी थी।
यह जमीन करीब 3,360 वर्गमीटर थी।