लोकसभा चुनाव से पहले भारत में हो सकते हैं दंगे, अमेरिकी रिपोर्ट में जताई गई आशंका
अमेरिका के बड़े जासूसी अधिकारियों की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में लोकसभा चुनाव से पहले दंगे हो सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी चुनाव से पहले हिंदू राष्ट्रवाद के मुद्दे पर जोर देती है तो इससे देश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है और दंगे हो सकते हैं। अमेरिकी सांसदों को सौंपी गई रिपोर्ट में अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डेन कोट्स ने यह बात कही है।
सीनेट सलेक्ट कमिटी को सौंपी रिपोर्ट
कोट्स ने मंगलवार को सीनेट सलेक्ट कमिटी (इंटेलिजेंस) को अपनी लिखित रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में अमेरिकी खुफिया विभाग ने 2019 में विश्व भर में खतरों का आंकलन किया है। कोट्स के अलावा अमेरिका की टॉप खुफिया एजेंसियों के प्रमुख भी कमिटी के सामने पेश हुए। इनमें केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) निदेशक गिना हास्पेल, संघीय जांच ब्यूरो (FBI) निदेशक क्रिस्टोफर रे और रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक राबर्ट एश्ले भी शामिल हैं। हास्पेल हाल ही में भारत दौरे पर थीं।
'भाजपा की नीतियों की वजह से हो सकते हैं दंगे'
कोट्स ने कमिटी के सदस्यों को बताया कि अगर प्रधानमंत्री मोदी की भाजपा चुनाव में हिंदू राष्ट्रवाद पर जोर देती है तो देश में सांप्रदायिक हिंसा होने की संभावना बढ़ जाएगी। अपने लिखित बयान में उन्होंने कहा, "मोदी के पहले कार्यकाल में भाजपा की नीतियों की वजह से उसके द्वारा शासित कुछ राज्यों में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। हिंदूवादी नेता अपने समर्थकों को उत्तेजित करने के लिए हिंदू राष्ट्रवाद के नाम पर छोटी-मोटी हिंसा कर सकते हैं।"
भारत-पाकिस्तान रिश्तों में भी रहेगा तनाव
कोट्स ने अपनी रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि सांप्रदायिक झड़पें बढ़ने पर भारतीय मुस्लिम खुद को अलग-थलग महसूस कर सकते हैं और इसका फायदा उठा इस्लामिक आतंकवादी समूह भारत में अपना प्रभाव बढ़ा सकते हैं। उन्होंने मई तक भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव रहने की बात कही। पाकिस्तान के आतंकी संगठन भारत पर हमले की कोशिश करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद के राजनीतिक हालातों में भी पाकिस्तान के साथ संबंध सुधरने की कोई संभावना नजर नहीं आती।