
संसद का मानसून सत्र शुरू, प्रधानमंत्री मोदी बोले- सरकार सार्थक बहस के लिए तैयार
क्या है खबर?
संसद का मानूसन सत्र आज से शुरू हो गया है। 13 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित होना चाहिए क्योंकि जनता कई मुद्दों के जवाब चाहती है और सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने विपक्ष से कड़े प्रश्न पूछने को कहा है, लेकिन आग्रह किया कि वो सरकार को जवाब देने का मौका दे।
कार्यवाही
प्रधानमंत्री ने नए मंत्रियों को सदन से मिलवाया
प्रधानमंत्री मोदी ने सदन से नए मंत्रियों का परिचय कराते हुए कहा, "मुझे लगा कि इतनी महिलाएं, दलितों और आदिवासियों को मंत्री बनता देखकर संसद में जोश होगा। इस बार कृषि और ग्रामीण पृष्ठभूमि और OBC समुदाय से आने वाले सहयोगियों को मंत्रीमंडल में जगह दी गई है। शायद कुछ लोग देश की महिलाओं, OBC और किसानों के बेटों को मंत्री बनते हुए देखकर खुश नहीं है। इसलिए वो उनका परिचय भी नहीं देने दे रहे।"
मानसून सत्र
कोरोना महामारी पर कल होगी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को सदन में कोरोना महामारी पर चर्चा की बात कही है।
उन्होंने कहा, "मैंने सदन के नेताओं से अपील की है कि कल शाम में अगर उनके पास वक्त होगा तो मैं कोरोना महामारी को लेकर जानकारी देना चाहूंगा। हम इस मुद्दे पर सदन के भीतर और बाहर भी नेताओं के साथ चर्चा करना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि इस मुद्दे पर सभी सांसदों के सुझाव मिले।
मानसून सत्र
विपक्ष ने दिए स्थगन प्रस्ताव
पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के महंगे दामों का विरोध करते हुए तृणमूल कांग्रेस सांसद साइकिल से संसद भवन पहुंचे।
वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और जसबीर सिंह गिल ने कृषि कानूनों को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया। कई और सांसदों ने महंगाई और कोरोना से हुई मौतों के लेकर भी स्थगन प्रस्ताव दिए।
विपक्ष के भारी विरोध को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
कोरोना संकट
महामारी से बचाव के नियम किए गए लागू
कोरोना संकट के बीच आयोजित हुए मानसून सत्र में महामारी से बचाव के सभी नियम लागू किए गए हैं।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि सांसदों, अधिकारियों और मीडियाकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए विस्तृत इंतजाम किए गए हैं।
बता दें कि मोदी मंत्रीमंडल में विस्तार के बाद संसद का पहला सत्र है। इस विस्तार में 15 कैबिनेट मंत्रियों से 43 नेताओं ने शपथ ली थी। इनमें से 36 नए चेहरे हैं।
जानकारी
महामारी के बाद समय से पहले खत्म हुआ है संसद का हर सत्र
गौरतलब है कि मार्च, 2020 में कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत के बाद से संसद का हर सत्र प्रभावित हुआ है और इन्हें समय से पहले खत्म करना पड़ा है।
2020 का शीतकालीन सत्र तो महामारी के कारण पूरी तरह से रद्द हो गया था। इसके बाद भी हर सत्र को समय से पहले खत्म किया गया।
अब अधिकांश सांसदों को वैक्सीन लगने के कारण लंबे सत्र होने की संभावना बढ़ गई है।