दिल्ली: 6 फरवरी को होगा मेयर का चुनाव, उपराज्यपाल ने दी सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी
क्या है खबर?
दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर का चुनाव 6 फरवरी को होगा।
दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगाते हुए नगर निगम का सत्र बुलाने की मंजूरी दी है।
बता दें कि आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा के पार्षदों के हंगामे के कारण अब तक दो बार दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव को टाला गया है।
आरोप
मेयर के चुनाव को रोकने की कोशिश कर रही भाजपा- सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद भाजपा पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा, "दिल्ली के लोग MCD के शासन में भाजपा से दुखी थे। दिल्ली के लोगों ने AAP को वोट देकर भाजपा को हराया है। अब भाजपा साजिश करके मेयर के चुनाव को रोकने की कोशिश कर रही है।"
उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि भाजपा लोकतंत्र का सम्मान करते हुए 6 फरवरी को मेयर का चुनाव होने देगी।
चुनाव
कब-कब टला मेयर का चुनाव?
पहली बार दिल्ली के मेयर का चुनाव 6 जनवरी को होना प्रस्तावित था, लेकिन AAP और भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों के पार्षदों ने माइक, कुर्सी और टेबल भी तोड़ दी थीं।
इसके बाद 24 जनवरी को दोबारा सदन की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन इस दौरान भी नारेबाजी और हंगामा हो गया, जिसके बाद कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया।
उम्मीदवार
किस पार्टी का कौन है उम्मीदवार?
आम आदमी पार्टी (AAP) ने मेयर पद के लिए पूर्वी पटेल नगर से पार्षद शैली ओबरॉय, उनके विकल्प के तौर पर आशु ठाकुर, डिप्टी मेयर पद के लिए आले मोहम्मद इकबाल और उनके विकल्प के तौर पर जलज कुमार को उम्मीदवार बनाया है।
वहीं भाजपा ने शालीमार बाग से पार्षद रेखा गुप्ता को मेयर पद के लिए और कमल बागड़ी को डिप्टी मेयर पद के लिए चुनावी मैदान में उतारा है।
याचिका
AAP की मेयर उम्मीदवार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है याचिका
AAP की मेयर उम्मीदवार शैली ओबरॉय ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए समयबद्ध तरीके से मेयर का चुनाव कराने की मांग की थी।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि MCD में मनोनीत पार्षद को वोटिंग का अधिकार नहीं है, लेकिन भाजपा इनसे वोटिंग करवाना चाहती है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस संबंध में केंद्र सरकार और MCD प्रशासन को आदेश देने की मांग भी की थी, जिससे चुनाव की प्रक्रिया जल्दी पूरी हो सके।
नतीजे
क्या रहे थे MCD चुनाव के नतीजे?
MCD चुनाव में AAP ने 250 में से कुल 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं भाजपा ने 104 और कांग्रेस ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की।
वोट शेयर की बात करें तो AAP को चुनाव में 42 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे, जबकि 2017 में हुए पिछले चुनाव में उसे मात्र 25 प्रतिशत वोट मिले थे।
बता दें कि भाजपा का वोट शेयर पिछले चुनाव में 35.5 प्रतिशत से बढ़कर 39 प्रतिशत हो गया।