दिल्ली: कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या केजरीवाल सरकार से ज्यादा बता रहे नगर निगम
क्या है खबर?
दिल्ली में नगर निगमों (MCDs) और केजरीवाल सरकार द्वारा बताई जा रही कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या में भारी अंतर देखा गया है।
दक्षिण और उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने सरकार को बताया है कि उनके रिकॉर्ड के मुताबिक 16 मई तक दिल्ली में कोरोना संक्रमित 426 मृतकों को दफनाया या उनका अंतिम संस्कार किया जा चुका है।
वहीं दिल्ली सरकार ऐसी मौतों की संख्या 194 बता रही है।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानकारी
दावों की पुष्टि के लिए निगमों ने नहीं दिए दस्तावेज- सरकार
गुरुवार को दिल्ली सरकार की तरफ से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि राजधानी में अब तक 194 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई है। सरकार का कहना है कि निगमों ने अपने दावों की पुष्टि के लिए कोई दस्तावेज नहीं दिया है।
मामला
स्वास्थ्य सचिव ने निगमों से मांगी थी जानकारी
दरअसल, दिल्ली की स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंगला ने 16 मई को नगर निगमों से निगमबोध घाट, पंजाबी बाग श्मशान घाट और ITO कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किए गए या दफनाए गए उन लोगों की जानाकारी मांगी थी, जो कोरोना वायरस से संक्रमित थे या संदिग्ध मरीज थे।
इसके बाद दोनों नगर निगमों ने दिल्ली सरकार को यह जानकारी दी है।
इस पर दिल्ली सरकार के प्रवक्ता ने कहा निगमों ने इस संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिए हैं।
प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार ने दी यह प्रतिक्रिया
इन रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि स्वास्थ्य बुलेटिन में बताई गई मौतों की संख्या दिल्ली ऑडिट कमेटी की तरफ से घोषित की जाती है। नगर निगमों की तरफ से जमा की गई रिपोर्ट में कई मामलों के जरूरी दस्तावेज नहीं दिए गए हैं। सभी रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद यह पाया गया है कि दिल्ली ऑडिट कमेटी द्वारा बताई गई मृतकों की संख्या सही है।
पत्र
सरकार ने निगमों से मांगे थे जरूरी दस्तावेज
बता दें कि स्वास्थ्य सचिव सिंगला की तरफ से लिखे पत्र में उन्होंने निगमों से सभी जरूरी दस्तावेज भी मांगे थे।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, 'निगमों से कोरोना वायरस से जुड़ी मौतों (पॉजीटिव या संदिग्ध) के अंतिम संस्कार या दफनाने की जानकारी वाले रजिस्टर की कॉपी देने का निवेदन किया जाता है। इसके साथ सभी जरूरी दस्तावेज जैसे लैब रिपोर्ट, डॉक्टर का सर्टिफिकेट आदि भी विभाग को भेजने जरूरी हैं।'
जवाब
नगर निगमों ने सरकार को भेजी यह जानकारी
सरकार को भेजे अपने जवाब में दोनों निगमों ने मृतकों को कोरोना पॉजीटिव और कोरोना संदिग्ध की श्रेणी में बांटा है।
उत्तर दिल्ली नगर निगम ने कहा कि उसके पास 202 कोरोना पॉजीटिव मृतकों और 50 कोरोना संदिग्धों के अंतिम संस्कार या दफनाए जाने का रिकॉर्ड है।
इसी तरह दक्षिणी निगम ने कहा कि उसके रिकॉर्ड के मुताबिक, 224 कोरोना पॉजीटिव और 83 कोरोना वायरस संदिग्ध मृतक दफनाए या उनका अंतिम संस्कार किया गया है।
जानकारी
कर्मचारियों द्वारा की गई एंट्री पर आधारित है आंकड़े
उत्तर दिल्ली नगर की स्टैंडिंग कमेटी के प्रमुख जय प्रकाश ने कहा कि रिपोर्ट में दिए गए आंकड़े श्मशान घाट या कब्रिस्तान में मौजूद कर्मचारियों द्वारा की गई एंट्री पर आधारित है। वो ये एंट्री अस्पतालों से मिली जानकारी के आधार पर करते हैं।
अंतर
पहले भी सामने आया है ऐसा अंतर
दिल्ली सरकार और दूसरी संस्थाओं के आंकड़ों में अंतर का यह पहला मामला नहीं है।
इससे पहले 9 मई को आई रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार तब तक मृतकों की संख्या 66 बता रही थी, जबकि अलग-अलग अस्पतालों से जुटाए गए आंकड़ों में यह संख्या 116 थी।
अस्पतालों ने कहा था कि वो सरकार को इस बारे में कई बार सूचित कर चुके हैं।
तब भी सरकार ने ऑडिट कमेटी की तरफ से घोषित संख्या को ही सही बताया था।
कोरोना वायरस
दिल्ली और देश में संक्रमण का हाल
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों में बताया गया है कि दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 11,659 पहुंच गई है, जिनमें से 194 की मौत हुई है।
वहीं देशभर में संक्रमितों का संख्या बढ़कर 1,18,447 और मृतकों की संख्या 3,583 हो गई है। बीते 24 घंटों में देश में 6,088 नए मामले सामने आए, जो एक दिन में मिले मरीजों की सबसे बड़ी संख्या है।
वहीं इस दौरान 148 मौतें हुईं।