महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव: 11 सीट पर 12 उम्मीदवार मैदान में, किसका पलड़ा भारी?
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। 3 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इसे सेमीफाइनल माना जा रहा है।
विधान परिषद की 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसके चलते क्रॉस वोटिंग की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में बैठकों के दौर जारी है रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। पार्टियां अपने-अपने विधायकों को संभालने में जुट गई हैं।
विधायक
किस पार्टी के पास कितने विधायक?
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 288 है। हालांकि, कुछ विधायकों के निधन और इस्तीफे के कारण फिलहाल संख्या घटकर 274 हो गई है। ऐसे में हर उम्मीदवार को जीत के लिए 23 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
फिलहाल भाजपा के 103, शिवसेना (शिंदे गुट) के 38, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 42, कांग्रेस के 37, शिवसेना (उद्धव गुट) के 15 और NCP (शरद) के 10 विधायक हैं। बाकी सीटों पर दूसरी पार्टियों के या निर्दलीय विधायक हैं।
उम्मीदवार
किस पार्टी से कितने उम्मीदवार मैदान में?
चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 9, जबकि INDIA ने 3 उम्मीदवार उतारे हैं।
भाजपा ने 5 उम्मीदवार उतारे हैं। शिंदे की शिवसेना और NCP (अजित) ने 2-2, कांग्रेस और उद्धव की शिवसेना ने एक-एक उम्मीदवार उतारा है।
शरद पवार की NCP ने अपना उम्मीदवार ना उतारकर भारतीय शेतकरी कामगार पार्टी के जयंत पाटील को समर्थन दिया है।
कांग्रेस और भाजपा के अलावा किसी भी पार्टी के पास अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए पर्याप्त विधायक नहीं हैं।
NDA
NDA के पास कितना है संख्याबल?
भाजपा, NCP (अजित), शिवसेना (शिंदे) और दूसरी सहयोगी पार्टियों के साथ अगर निर्दलीय विधायकों को मिला लिया जाए तो NDA के पास 203 विधायकों का समर्थन बताया जा रहा है।
उसे अपने सभी 9 उम्मीदवारों को जिताने के लिए केवल 4 विधायकों का समर्थन कम पड़ रहा है।
अगर NDA अपने सभी विधायकों को एकजुट रखते हुए 4 और विधायक जुटा लेता है तो उसके सभी 9 उम्मीदवार जीत सकते हैं।
INDIA
संख्याबल के लिहाज से INDIA कितना मजबूत?
INDIA के पास 72 विधायकों का समर्थन है। इस आधार पर INDIA तीनों सीटें जीत सकता है, लेकिन उसके सामने भी विधायकों को जोड़े रखने की चुनौती है।
कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवार को जिताने के बाद 14 वोट और बचेंगे। शरद के पास 12 विधायकों का समर्थन है और उन्हें 11 और वोटों की जरूरत है।
इसी तरह उद्धव की शिवसेना के पास 15 वोट हैं और उन्हें 8 और विधायकों का समर्थन चाहिए।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
विधान परिषद चुनाव में विधायक मतदान करते हैं। विधायकों को वरीयता के आधार पर वोट डालना होता है।
इसके लिए विधायकों को चुनाव आयोग की ओर से एक विशेष पेन दिया जाता है। उसी पेन से उम्मीदवारों के आगे विधायक को नंबर लिखना होता है। पहली पसंद के आगे एक दूसरी पसंद के आगे 2।
इस तरह विधायक उम्मीदवारों को वरीयता क्रम देता है। जिस उम्मीदवार को आवश्यक संख्या से ज्यादा वोट मिलते हैं, वो जीत जाता है।