महाराष्ट्र: अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, एकनाथ शिंदे बोले- अब ट्रिपल इंजन सरकार
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के नेता अजित पवार ने आज बगावत करते हुए महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार को समर्थन दे दिया है। अजित को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
आनन-फानन में हुए कार्यक्रम में राज्यपाल ने अजित को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उनके अलावा छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड और हसन मुश्रीफ समेत NCP के 8 विधायकों को भी मंत्री बनाया गया है।
शिंदे
शिंदे बोले- महाराष्ट्र में अब ट्रिपल इंजन सरकार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, "अब हमारे पास 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री हैं। डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है। मैं अजीत पवार और उनके नेताओं का स्वागत करता हूं। अजीत पवार का अनुभव महाराष्ट्र को मजबूत करने में मदद करेगा।"
भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा, "प्रधानमंत्री की दृष्टि को समर्थन देने के लिए आज NCP के नेता साथ आए हैं। ये समीकरण महाराष्ट्र को आगे लेकर जाएगा।"
बयान
प्रधानमंत्री के काम से प्रभावित- अजित
बगावत के बाद अजित ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, "विकास को महत्व देना बहुत जरूरी है। पिछले 9 साल से प्रधानमंत्री जिस तरह विकास के लिए काफी काम कर रहे हैं, उसे देखकर मुझे लगा कि मुझे भी विकास की यात्रा में भागीदार होना चाहिए। आपने पिछले 9 साल में देखा होगा कि मोदी जी के नेतृत्व में सरकार विकास के लिए कार्य कर रही है। मुझे विपक्ष का कोई नेता नहीं दिखता, जो नेतृत्व कर सके।"
शऱद
शरद पवार ने कहा- फिर से पार्टी खड़ी करके दिखाऊंगा
शरद पवार ने कहा, "पहले भी ऐसी बगावत हो चुकी है, लेकिन मैं फिर से पार्टी खड़ी करके दिखाऊंगा। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि महाराष्ट्र के मुख्य सहकारी बैंक में भारी भ्रष्टाचार है। आज NCP नेता जो भाजपा सरकार में शामिल हुए हैं, बताते हैं कि भ्रष्टाचार साफ हो गया है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं। अगले कुछ दिनों में लोगों को पता चल जाएगा कि इन एनसीपी नेताओं ने हाथ क्यों मिलाया है।"
शिवसेना
शिवसेना बोली- भ्रष्ट विधायक अब मंत्री बन रहे
शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "वे (भाजपा) सिर्फ राजनीतिक अवसरवादी हैं, जो किसी भी कीमत पर सत्ता चाहते हैं। महाराष्ट्र में जो विधायक भ्रष्ट थे और जेल गए थे, अब मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं।"
शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, ''जो नेता कल तक विपक्ष में थे और सरकार की आलोचना करते थे, आज उसी सरकार में शामिल हो गए हैं। भाजपा का पीठ में छुरा घोंपने का इतिहास रहा है।''
बैठक
अजित ने बुलाई थी विधायकों की बैठक
शिंदे सरकार को समर्थन देने से पहले अजित ने अपने आवास पर विधायकों की आपात बैठक बुलाई थी। इसमें NCP के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले भी शामिल हुए थे।
बैठक के बाद अजित अपने समर्थक विधायकों के साथ सीधे राजभवन पहुंच गए। उनके पीछे-पीछे मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी राजभवन पहुंचे। थोड़ी ही देर में अजित और बाकी विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिला दी गई।
वजह
अजित ने क्यों की बगावत?
बता दें कि कई दिनों से शरद और अजित के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। हाल ही में शरद ने सुप्रिया और प्रफुल्ल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। कहा गया कि ये कदम अजित को साइडलाइन करने के लिए उठाया गया।
इसके बाद अजित ने संगठन में लौटने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा था, "मुझे नेता विपक्ष बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर पार्टी में मुझे कोई नई जिम्मेदारी मिलती है तो उसे बखूबी निभाऊंगा।"