महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार, किस पार्टी से कितने विधायकों को मिली जगह?
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के 21 दिन बाद आज मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। नागपुर के विधान भवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कुल 33 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। भाजपा के 20 विधायक मंत्री बने। शिवसेना (शिंदे गुट) के 10 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित) के 9 विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इससे पहले 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने शपथ ली थी।
ये विधायक बने मंत्री
भाजपा से चंद्रेशखर बावनकुले, राधाकृष्ण विखे पाटिल, चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, मंगल प्रभात लोढ़ा, जयकुमार रावल, पंकजा मुंडे, अतुल सावे, अशोक उके, आशीष शेलार, संजय सावकारे और नितेश राणे मंत्री बने हैं। NCP से हसन मुश्रीफ, नरहरि जिरवा, अनिल भाईदास पाटिल, अदिति तटकरे, बाबासाहेब पाटिल, दत्ता भरणे, सना मलिक, इंद्रनील नाईक और धनंजय मुंडे को मंत्री पद मिला है। शिवसेना शिंदे गुट से एकनाथ शिंदे, संजय शिरसाट, गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे और उदय सामंत समेत 9 मंत्री बने हैं।
ढाई साल साल मंत्री रहेंगे विधायक- अजित पवार
शपथ ग्रहण से पहले नागपुर में NCP की बैठक हुई। इसमें अजित पवार ने मंत्री पद को लेकर कहा, "आज शपथ लेने वाले मंत्री का कार्यकाल ढाई साल का होगा। मंत्रिमंडल विस्तार से पहले महायुति के सदस्य इस पर सहमत हुए हैं।"
शिवसेना विधायक भोंडेकर ने दिया इस्तीफा
मंत्रिमंडल के बीच जिन विधायकों को पद नहीं मिला, उनकी नाराजगी की खबरें भी आ रही हैं। शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। वे मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से नाराज थे। उन्होंने एकनाथ शिंदे को पत्र भी लिखा है। भोंडेकर ने इससे पहले कई बार सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता था और बाद में शिवसेना (शिंदे) में शामिल हो गए थे।
मंत्रालयों के बंटवारे पर फंस सकता है पेंच
एकनाथ शिंदे गृह मंत्रालय की मांग कर रहे हैं, लेकिन भाजपा इसे देने को तैयार नहीं है। खबर है कि भाजपा ने शिंदे को राजस्व, शहरी विकास और सार्वजनिक निर्माण मंत्रालय का विकल्प दिया है। इसके अलावा वित्त, शहरी विकास, राजस्व, आवास, सिंचाई और सामान्य प्रशासन जैसे मंत्रालयों को लेकर भी मतभेद है। पिछले मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों ने जीत दर्ज की थी, इस वजह से सहमति बनाना और मुश्किल हो सकता है।
क्या रहे थे विधानसभा चुनावों के परिणाम?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावी नतीजों में शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीती हैं। भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 सीटें मिली हैं। गठबंधन में शामिल छोटी पार्टियों ने भी 5 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) को 20, कांग्रेस को 16 और NCP (शरद पवार) को 10 सीटें मिली हैं।