चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को किया आमंत्रित, महाराष्ट्र चुनाव परिणाम संबंधी चिंताओं की करेंगे समीक्षा
चुनाव आयोग 3 दिसंबर को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेगा, क्योंकि पार्टी ने हाल ही में महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने कांग्रेस को दिए अपने अंतरिम जवाब में प्रत्येक चरण में उम्मीदवारों और उनके एजेंटों की भागीदारी के साथ पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की बात कही और कांग्रेस द्वारा उठाई गई सभी वैध चिंताओं की समीक्षा करने तथा व्यक्तिगत रूप से उनकी बात सुनने का भी भरोसा दिलाया था।
कांग्रेस ने लगाया था मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप
कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शरद पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से मिलकर बने महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन चुनावों में 288 में से सिर्फ 50 सीटें जीतने में कामयाब रहा है। परिणामों के बाद कांग्रेस ने आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर चुनावों में गंभीर विसंगतियों का आरोप लगाया था। पार्टी ने विसंगतियों में मनमाने ढंग से मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने और जोड़ने के साथ मतदान में अस्पष्ट बढ़ोतरी होना भी बताया था।
चुनाव आयोग ने आरोपों को नकारा
कांग्रेस ने शिकायत में इस बात पर जोर दिया कि जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की औसत वृद्धि 50,000 थी, वहां सत्तारूढ़ गठबंधन ने 50 में से 47 मामलों में जीत हासिल की। हालांकि, आयोग ने इसका लिखित जवाब देते हुए कहा था कि मतदान के आंकड़ों में कोई विसंगति नहीं थी। शाम 5 बजे के मतदान आंकड़ों और अंतिम मतदाता उपस्थिति के बीच अंतर प्रक्रियागत प्राथमिकताओं के कारण है। हालांकि, आयोग पार्टी की सभी चिंताओं की समीक्षा भी करेगा।