विधानसभा चुनाव: मिजोरम और छत्तीसगढ़ में किन बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर?
छत्तीसगढ़ और मिजोरम में आज मतदान हो रहा है। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के तहत 20 सीटों और मिजोरम की सभी 40 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में आज जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें 3 मंत्री, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की किस्मत दांव पर है। इसी तरह मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा भी मैदान में हैं। आइए जानते हैं कि आज किन-किन बड़े नेताओं के भाग्य का फैसला होना है।
हार-जीत का अंतर तय करेगा रमन सिंह का भविष्य
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के बड़े नेता रमन सिंह राजनांदगांव सीट से मैदान में हैं। ये उनकी परंपरागत सीट है। साल 2008 से वे यहां से जीत दर्ज कर रहे हैं। सिंह के सामने कांग्रेस ने खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को उतारा है। भाजपा ने इस बार किसी को भी मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इस वजह से सिंह के लिए ये चुनाव बेहद अहम है।
कांग्रेस अध्यक्ष और इकलौते मुस्लिम विधायक भी मैदान में
पहले चरण में हाई प्रोफाइल मानी जानी वाली कवर्धा सीट पर मतदान होना है। यहां से बघेल सरकार में मंत्री और कांग्रेस के एकलौते मुस्लिम विधायक मोहम्मद अकबर चुनावी मैदान में हैं। उनका मुकाबला भाजपा के विजय शर्मा से है। 2018 से पहले इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा है। चित्रकोट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज चुनावी मैदान में हैं। वे यहां से पहले भी विधायक रहे हैं।
कांग्रेस के इन नेताओं की किस्मत भी दांव पर
पहले चरण में बघेल सरकार के 3 मंत्री की साख दांव पर लगी है। इनमें कोंडागांव सीट से कांग्रेस का आदिवासी चेहरा माने जाने वाले और मंत्री मोहनलाल मरकाम भाजपा की पूर्व मंत्री लता उसेंडी के सामने हैं। कोंटा से बघेल सरकार में मंत्री कवासी लखमा मैदान में हैं। दंतेवाड़ा से दिवंगत कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के बेटे छवींद्र कर्मा ताल ठोंक रह हैं। इसके अलावा विक्रम मंडावी, सावित्री मंडावी और कवासी लखमा की किस्मत का फैसला भी होना है।
मिजोरम की मुख्यमंत्री की किस्मत का भी फैसला आज
मिजोरम के मुख्यमंत्री और मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) नेता जोरमथांगा आइजोल-पूर्व से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार लालसांगलुरा राल्टे और जोरम पीपुल्स मुवमेंट (ZPM) के लालथनसांगा से है। 2018 के चुनावों में जोरमथांगा ने 42.9 प्रतिशत वोट हासिल कर स्वतंत्र उम्मीदवार के सपडांगा को हराया था, जिन्हें 30 प्रतिशत वोट मिले थे। तब कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी। जोरमथंगा इससे पहले चंफाई सीट से विधायक थे।
मिजोरम के इन उम्मीदवारों पर भी नजरें
मिजोरम कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता आइजोल पश्चिम-तृतीय सीट से मैदान में हैं। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां से मौजूदा विधायक वीएल जैथनजामा और MNF के के सॉमवेला भी मैदान में हैं। सेरछिप से जोरम नेशनलिस्ट पार्टी (ZNP) के मुख्यमंत्री उम्मीदवार लालडुहोमा किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वनलालहुमका डम्पा से चुनाव लड़ रहे हैं। मिजोरम के उपमुख्यमंत्री और MNF के उपाध्यक्ष तावंलुइया तुइचांग सीट से दावेदारी कर रहे हैं। वे सबसे उम्रदराज उम्मीदवार हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 223 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 25 महिलाएं हैं। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। यहां पहले चरण में 7 अनारक्षित, 12 अनुसूचित जनजाति (ST) और एक अनुसूचित जाति (SC) सीट हैं। छत्तीसगढ़ की 10 सीटों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे और बाकी 10 सीटों पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। मिजोरम में 174 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 16 महिलाएं हैं।