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छत्तीसगढ़: टूलकिट मामले में रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ FIR, तलब किए गए

छत्तीसगढ़: टूलकिट मामले में रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ FIR, तलब किए गए

May 23, 2021
05:13 pm

क्या है खबर?

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ छत्तीसगढ़ में FIR दर्ज हुई है। दोनों नेताओं पर कांग्रेस के फर्जी लैटरहेड पर झूठी और मनगढ़ंत सामग्री छापने का आरोप है। कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के छत्तीसगढ़ प्रमुख की तरफ से दी गई शिकायत पर यह FIR दर्ज हुई है। इस FIR से 'टूलकिट मामले' में एक नया मोड़ आ गया है।

पृष्ठभूमि

क्या है टूलकिट मामला?

इस हफ्ते एक टूलकिट को लेकर भाजपा विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर खासा हमलावर रही थी। भाजपा ने यह टूलकिट साझा करते हुए कांग्रेस पर प्रधानमंत्री मोदी और देश की छवि का नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। इस टूलकिट को सबसे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुखपत्र 'ऑर्गनाइजर' में पब्लिश किया गया था और तब से कई भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री इस पर सवाल उठा चुके हैं।

पेशी

पात्रा को पेश होने के लिए कहा गया

अब इस टूलकिट को लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। रायपुर सिविल लाइन्स थाने के SHO आरके मिश्रा ने कहा कि दोनों नेताओं को आगे की जांच के लिए तलब किया गया है। उन्होंने कहा, "आज हमने संबित पात्रा को व्यक्तिगत रूप से या वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये मौजूद होने को कहा था। NSUI के छत्तीसगढ़ प्रमुख की शिकायत पर FIR दर्ज हुई है।"

ट्विटर पोस्ट

तलब किए गए दोनों नेता- SHO

टूलकिट मामला

दिल्ली में दर्ज कराई गई है एक शिकायत

कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर 'फर्जी टूलकिट' शेयर कर बदनाम करने का आरोप लगाया था। इसे लेकर NSUI छत्तीसगढ़ के प्रमुख आकाश गुप्ता ने फेक न्यूज और वर्गों के बीच दुश्मनी फैलाने को लेकर शिकायत दी थी। कांग्रेस ने इस टूलकिट को फर्जी बताते हुए दिल्ली में भी एक शिकायत दर्ज कराई है। इसमें भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, संबित पात्रा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है।

जानकारी

ट्विटर ने टूलकिट वाले ट्वीट मैनिपुलेटिड बताए

भाजपा नेताओं ने इस टूलकिट को लेकर जो ट्वीट किए थे, उनमें से कुछ को ट्विटर ने मैनिपुलेटिड मीडिया बताया था। इनमें संबित पात्रा का भी ट्वीट शामिल था। इस पर आपत्ति जताते हुए केंद्र सरकार ने ट्विटर को पत्र भेजा था।