शिवराज, रमन और वसुंधरा अब करेंगे केंद्र की राजनीति, यहां से लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने तीन पूर्व मुख्ममंत्रियों शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और वसुंधरा राजे सिंधिया को दिल्ली बुलाने का फैसला लिया है। ये फैसला भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति का हिस्सा है और पार्टी लोकसभा चुनावों में इन तीनों नेताओं के अनुभव से लाभ उठाना चाहती है। तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को साफ कह दिया गया है कि पार्टी को उनकी जरूरत अब दिल्ली की राजनीति में है।
लोकसभा में बड़े चेहरों पर दांव
दिल्ली के रामलीला मैदान में शुक्रवार से शुरु हो रहे भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले अमित शाह ने तीनों नेताओं को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से नवाजा। अपने-अपने प्रदेशों में बड़े चेहरे इन तीनों नेताओं को पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ाने का मन भी बना लिया है। इसे इस बात का संकेत माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को लेकर शाह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते और बड़े चेहरों पर दांव लगाने को तैयार हैं।
विदेश मंत्री सुषमा की सीट से शिवराज मैदान में
खबरों के अनुसार शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी चुनाव लड़ चुके हैं। अभी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज यहां से सांसद हैं। उन्होंने पिछले दिनों स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था। ऐसे में पार्टी इस सीट पर राज्य के सबसे बड़े चेहरे शिवराज पर दांव लगाना चाहती है। शिवराज पहले भी इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।
अपने बेटों की सीट से चुनाव लड़ेंगे वसुंधरा और रमन
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा, राज्य की झालावाड़ सीट से चुनाव लड़ेंगी। अभी उनके बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ सीट से सांसद हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ में पार्टी अपने सबसे बड़े चेहरे रमन सिंह को प्रदेश की राजनांदगांव सीट से चुनावी महासमर में उतारने की तैयारियों में है। अभी यहां से रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह सांसद हैं। साफ है कि इन तीनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार के बाद अमित शाह लोकसभा चुनाव में कोई कसर नहीं रखना चाहते।