कमलनाथ कांग्रेस से राज्यसभा टिकट न मिलने से हैं नाराज, भाजपा में जाने की अटकलें तेज
कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कमलनाथ पार्टी द्वारा राज्यसभा का टिकट न दिए जाने से नाराज हैं और अब उनकी भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गईं हैं। यदि ऐसा हुआ तो लोकसभा चुनावों से पूर्व INDIA गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। हालांकि, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इन अटकलों को खारिज कर दिया है।
कमलनाथ की नाराजगी के पीछे क्या कारण हैं?
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कमलनाथ इस बात से नाराज हैं कि पार्टी ने उन्हें आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए टिकट नहीं दिया। सूत्रों ने कहा, "कमलनाथ के भाजपा में जाने की संभावना है। कांग्रेस नेतृत्व ने भी उनसे संपर्क करने का कोई प्रयास नहीं किया है।" कमलनाथ इस बात से भी नाराज हैं कि कांग्रेस द्वारा राज्यसभा चुनाव के लिए ग्वालियर-चंबल के राजनेता अशोक सिंह को नामित करने से पहले उनसे सलाह नहीं ली गई।
कमलनाथ को है अपने बेटे के राजनीतिक भविष्य की चिंता
आजतक ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं और भाजपा में उन्हें 'बड़ी जिम्मेदारी' दिलाने की फिराक में हैं। इसके अलावा कमलनाथ विधानसभा चुनावों के बाद पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के प्रमुख के पद से हटाए जाने से भी नाराज हैं। पार्टी ने हार के लिए कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराया था। खबरें हैं कि इसके बाद से ही कमलनाथ भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं।
कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलें क्यों हैं?
दरअसल, इस हफ्ते की शुरुआत में कमलनाथ ने भी दिल्ली का दौरा किया था जिसके बाद से भाजपा में उनके जाने की अटकलों को बल मिला है। इससे संबंधित सवाल किए जाने पर कमलनाथ ने चुप्पी साध ली और मीडिया से कहा, "अगर ऐसा कुछ होगा तो मैं आपको सूचित करूंगा।" उनके बेटे नकुलनाथ ने अपने सोशल मीडिया बायो से पार्टी का नाम और प्रतीक हटा दिया था और इसने उनके राजनीतिक बदलाव की ओर संकेत दिया था।
कांग्रेस ने भाजपा में जाने की संभावनाओं पर क्या कहा?
इस बीच दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के भाजपा के संपर्क में होने की संभावनाओं से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, "मेरी कमलनाथ से बात हुई और वह छिंदवाड़ा में हैं। जिस व्यक्ति ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की, जिन्हें इंदिरा गांधी अपना तीसरा बेटा मानती थीं, मुझे नहीं लगता कि वह कभी पार्टी का साथ छोड़ेंगे।" सिंह ने कहा, "कमलनाथ पर केंद्रीय एजेंसियों का दबाव है, लेकिन वह इस दबाव में आने वाला नहीं है।"
न्यूजबाइट्स प्लस
कांग्रेस के 13 पूर्व मुख्यमंत्री अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं, जिनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा शामिल हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण रेड्डी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी, अरुणाचल प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री पेमा खांडू और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरधर गमांग ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी। हालांकि, गमांग वापस कांग्रेस में आ गए हैं।