चंडीगढ़ मेयर चुनाव: भाजपा ने INDIA को हराया; AAP का धांधली का आरोप, हाई कोर्ट जाएगी
क्या है खबर?
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा उम्मीदवार मनोज सोनकर की जीत हुई है।
सोनकर ने INDIA गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार कुलदीप कुमार को 4 वोट के अंतर से हराया।
सोनकर को 16 वोट मिले, जबकि कुमार के पक्ष में 12 वोट पड़े। 8 वोट को अवैध करार दिया गया है।
ये पहली बार था जब किसी चुनाव में भाजपा और INDIA गठबंधन का मुकाबला हुआ था और इसमें भाजपा के हाथ बाजी लगी।
आरोप
कांग्रेस-AAP ने पीठासीन अधिकारी पर उठाए सवाल
कांग्रेस-AAP के पार्षदों ने 8 वोटों को अवैध करार देने के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के निर्णय पर सवाल उठाए हैं।
उनका आरोप है कि पीठाधीन अधिकारी का रवैया पक्षपातपूर्ण रहा और 8 वोटों को अवैध घोषित करने का उनका निर्णय गलत है।
AAP ने घोषणा की है कि वह वोटों को अवैध घोषित किए जाने के पीठासीन अधिकारी के फैसले के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर करेगी।
ट्विटर पोस्ट
चुनाव हारने पर फफक-फफक कर रोने लगे AAP उम्मीदवार
चंडीगढ़ मेयर पद का चुनाव हारने के बाद इस तरह रोने लगे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार. इस चुनाव में BJP उम्मीदवार को जीत मिली है. AAP ने बेईमानी का आरोप लगाया है.
— Akshay Pratap Singh (@AkshayPratap94) January 30, 2024
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बयान
केजरीवाल बोले- चुनाव में दिनदहाड़े हुई बेईमानी चिंताजनक
दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया और इसे बेहद चिंताजनक करार दिया।
उन्होंने लिखा, 'चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिनदहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग (भाजपा) इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।'
राघव चड्ढा
राघव चड्ढा बोले- मेयर चुनाव में धांधली देशद्रोह का मामला
मामले में AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आज जो हमने चंडीगढ़ मेयर चुनाव के दौरान देखा, वह केवल असंवैधानिक और गैरकानूनी चीज ही नहीं थी, बल्कि सीधा-सीधा देशद्रोह है।"
उन्होंने कहा, "ये दिखाता है कि भाजपा इतने छोटे से मेयर चुनाव में अगर इस प्रकार की गैरकानूनी और अंसवैधानिक घटना को अंजाम दे सकती है तो लोकसभा चुनाव में हार देखते हुए ये लोग क्या करेंगे?"
AAP पार्षद
AAP पार्षदों ने डिप्टी मेयर के लिए मतदान से किया इनकार
AAP पार्षद प्रेलता ने कहा कि पार्टी के सारे पार्षदों ने शांतिपूर्वक मतदान प्रक्रिया में भाग लिया और भाजपा ने धोखे से जीत हासिल की है।
उन्होंने कहा, "बैलेट गिनती के दौरान भाजपा सांसद किरण खैर लगातार पीठाधीन अधिकारी को इशारा कर रही थीं और 8 वोटों को अवैध करार दिया। पार्टी के सांसद डिप्टी मेयर के चुनाव की प्रक्रिया हिस्सा नहीं लेंगे और धांधली के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे।"
जानकारी
डिप्टी मेयर के लिए कौन-कौन हैं उम्मीदवार?
सीनियर डिप्टी मेयर पद पर भाजपा के कुलजीत संधू और INDIA गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार गुरप्रीत सिंह गबी के बीच सीधा मुकाबला है। इस तरह डिप्टी मेयर पद पर भाजपा के राजिंदर शर्मा और गठंबधन की निर्मला देव आमने-सामने हैं।
समीकरण
क्या थे चंडीगढ़ नगर निगम के समीकरण?
चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षदों की संख्या 35 है। इसमें भाजपा के 14 पार्षद, शिरोमणि अकाली दल (SAD) का एक पार्षद और एक सासंद का वोट मिलाकर उसके पक्ष में 16 वोट हो जाते हैं।
दूसरी ओर INDIA गठबंधन के पास AAP के 13 और कांग्रेस के 7 पार्षद मिलाकर कुल 20 वोट हैं।
इसमें से 8 वोट को अमान्य या अवैध घोषित किया गया है, जिसके कारण गठबंधन उम्मीदवार को केवल 12 वोट मिले।
हाई कोर्ट
पहले भी हाई कोर्ट का रुख कर चुकी है AAP
बता दें कि AAP पहले भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर हाई कोर्ट गई थी। उसने चुनाव टालने के खिलाफ ये याचिका दायर की थी।
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को मेयर चुनाव 30 जनवरी तक कराने के निर्देश दिए थे।
दरअसल, मेयर चुनाव पहले 18 जनवरी को होना था, लेकिन पीठासीन अधिकारी मसीह की बीमारी के कारण इसे 6 फरवरी तक स्थगित कर दिया गया। इसी के खिलाफ AAP हाई कोर्ट गई थी।