कांग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार ममता बनर्जी, लेकिन रखी ये बड़ी शर्त
पश्चिम बंगाल में INDIA गठबंधन के लिए उम्मीद की किरण दिखाई दी है। अकेले लड़ने का ऐलान कर चुकीं मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी अब कांग्रेस से गठबंधन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए एक बड़ी शर्त रखी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अगर गठबंधन करना है, उसे वाम पार्टियों का साथ छोड़ना होगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने कांग्रेस को 2 सीटों का प्रस्ताव दिया था, जिसे उसने ठुकरा दिया।
ममता ने अपने भाषण में क्या बताया?
बनर्जी ने मालदा में एक जनसभा में कहा, "मैं उन लोगों को माफ नहीं करती जो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) और भाजपा के साथ रहते हैं। मैंने कांग्रेस से कहा कि यह सच है कि आपके पास एक भी विधायक नहीं है, मैं आपको मालदा में 2 संसदीय सीट दे रही हूं। मैं आपको जिताऊंगी। उन्होंने कहा कि नहीं, हमें और चाहिए। तो मैंने कहा कि मैं एक भी सीट नहीं दूंगी।"
ममता ने कांग्रेस के सामने रखी ये शर्त
ममता ने कहा, "CPM ने कितने अत्याचार किये हैं, मैं वह सब कभी नहीं भूल सकती। मैंने उनसे कहा कि मैं तब तक एक भी सीट नहीं दूंगी, जब तक कि वे वाम पार्टियों का साथ नहीं छोड़ते।" पिछले साल जून में CPM महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कहा था, "ममता और CPM के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा। पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस के साथ धर्मनिरपेक्ष पार्टियां होंगी, जो भाजपा और TMC के खिलाफ लड़ेंगी।"
ममता ने किया था बंगाल में चुनाव लड़ने का ऐलान
बता दें कि ममता ने घोषणा की थी कि वह बंगाल में अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और चुनावों के बाद ही वह गठबंधन के बारे में विचार करेंगी। TMC का आरोप है कि कांग्रेस अधिक सीटें मांग रही है। दूसरी तरफ बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तर्क दिया कि कांग्रेस को दी जा रही 2 सीटें वैसे भी पार्टी का गढ़ थीं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अपने दम पर चुनाव जीतने के लिए तैयार है।
कांग्रेस ने ममता को मनाने के किये थे प्रयास
कांग्रेस ने कई बार ममता को मनाने के प्रयास किये। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था, "तृणमूल कांग्रेस INDIA गठबंधन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्तंभ है। हम ममता बनर्जी के बिना INDIA गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। कुछ न कुछ रास्ता निकाला जाएगा।" राहुल गांधी ने भी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने के लिए ममता से अनुरोध किया था। कांग्रेस के एक और नेता ने कहा था कि कोई न कोई रास्ता निकाला जाएगा।
बंगाल में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
ममता अगर अकेले चुनावों में उतरती हैं तो राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। ऐसी संभावना जताई रही है कि वाम दल और कांग्रेस मिलकर लोकसभा चुनावों में उतर सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो राज्य के मुस्लिम बहुल जिलों की कुछ सीटों पर वोटों का बंटवारा देखने को मिल सकता है। विरोधी वोटों में बंटवारे से भाजपा को स्पष्ट लाभ हो सकता है। ऐसे में यहां मुकाबला दिलचस्प होता नजर आ रहा है।