मध्य प्रदेश: वायरल क्लिप में शिवराज चौहान का कथित दावा- भाजपा ने गिराई थी कमलनाथ सरकार
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। बताया जा रहा है कि यह ऑडियो क्लिप उस समय की है जब चौहान इंदौर के सांवेर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इसमें शिवराज को कथित तौर पर यह कहते सुना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश सरकार को गिराने का फैसला किया था। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
क्लिप में क्या कह रहे चौहान?
वायरल हुई इस क्लिप में चौहान कथित तौर से कह रहे हैं, "केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिये नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी। आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही है धोखा तुलसी सिलावट ने न दिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने न दिया, धोखा कांग्रेस ने दिया।" न्यूजबाइट्स इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर रहा है।
क्या है इस सियासी सफर की कहानी?
2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनावों में लगातार तीन बार सत्ता में रह चुकी भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, कांग्रेस भी अपने दम पर बहुमत हासिल करने में नाकाम रही, लेकिन पार्टी ने बसपा और अन्य के सहयोग से सरकार बना ली। सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया में खींचतान शुरू हो गई। आगे चलकर सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया।
23 मार्च को चौथी बार मुख्यमंत्री बने शिवराज
कांग्रेस छोड़कर आए सिंधिया अपने साथ 22 विधायकों को भी तोड़ लाए। इससे कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई और कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। बीते 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, सरकार बनने के बाद से चौहान और अमित शाह समेत भाजपा नेता लगातार कह रहे हैं कि कांग्रेस सरकार गिराने में उनकी पार्टी की कोई भूमिका नहीं थी।
"भाजपा सरकार बनाने के लिए सिलावट ने छोड़ा मंत्री पद"
ऑडियो क्लिप में चौहान कथित तौर पर कहते हैं, "मैं सिंधिया और तुलसी सिलावट का स्वागत करता हूं। सिलावट ने भाजपा की सरकार बनाने के लिए मंत्री पद छोड़ा था। अगर सिलावट विधायक नहीं बने तो क्या मैं मुख्यमंत्री रह पाउंगा, क्या सरकार चल पाएगी?"
चौहान ने लगाई कांग्रेस के आरोपों पर मुहर- सलूजा
ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद कांग्रेस की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस शुरू ही सरकार गिरने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही है। अब तो खुद मुख्यमंत्री चौहान ने सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार कर कांग्रेस के आरोपों पर मुहर लगा दी है। सलूजा ने कहा कि अब इस बात की भी पुष्टि हो गई है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी इसमें शामिल था।
कांग्रेस में कोई अंसतोष नहीं था- सलूजा
सलूजा ने आगे कहा कि सरकार गिराने के लिए सिंधिया की मदद इसलिए ली गई क्योंकि उनके बिना सरकार गिरना असंभव था। इससे समझा जा सकता है कि कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं था। साजिश के तहत कमलनाथ सरकार को गिराया गया है।
सितंबर में हो सकते हैं खाली सीटों पर उपचुनाव
230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा की खाली सीटों पर सितंबर में उपचुनाव हो सकते हैं। इनके लिए तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। जिन सीटों पर चुनाव होना है, उनमें से 16 चंबल-ग्वालियर क्षेत्र में आती हैं, जिन्हें सिंधिया का गढ़ माना जाता है। सिंधिया को भी भाजपा में आने का ईनाम मिला है। उन्हें पार्टी ने राज्यसभा चुनावों के लिए उम्मीदवार बनाया है। फिलहाल विधानसभा के 206 सदस्यों में से 107 भाजपा और 92 काग्रेस के हैं।