पंजाब: मुख्यमंत्री चन्नी ने मानी नवजोज सिद्धू की मांग, एडवोकेट जनरल का इस्तीफा स्वीकार
क्या है खबर?
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा वापस लेने के दौरान रखी गई नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति की शर्त को मान लिया है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने मंगलवार को एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। ऐसे में अब सिद्धू के फिर से प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का रास्ता खुल गया है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है।
पृष्ठभूमि
मुख्यमंत्री चन्नी ने स्वीकार नहीं किया था एडवोकेट जनरल का इस्तीफा
बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के बाद चन्नी ने एडवोकेट जनरल के पद पर एपीएस देओल को लगाया था। सिद्धू ने इसका विरोध किया था।
मुख्यमंत्री के अपनी बात पर अड़े रहने के बाद 28 सितंबर को सिद्धू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद कांग्रेस आलाकमान के कहने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें मनाने का प्रयास किया था।
इसके बाद 1 नवंबर को एडवोकेट जनरल ने इस्तीफा दे दिया था, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार नहीं किया था।
शर्त
सिद्धू ने मुख्यमंत्री चन्नी के सामने रखी थी यह शर्त
एडवोकेट जनरल का इस्तीफा स्वीकार नहीं करने पर 5 नवंबर को सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री चन्नी के सामने अहम शर्त कर रख दी थी।
उन्होंने कहा था, "कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के सिपाही ने अपना इस्तीफ़ा वापस ले लिया है। जिस दिन नए एडवोकेट जनरल और पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्ति होगी, मैं उस दिन से कांग्रेस कार्यालय जाकर अपना कार्यभार सभाल लूंगा।"
आरोप
सिद्धू ने मुख्यमंत्री चन्नी पर लगाए थे कई आरोप
सिद्धू ने कहा था कि 2017 में दो मुद्दों पर पुरानी सरकार गई और नई आई थी। अब फिर मुख्यमंत्री आए हैं। गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों के वक्त जो तत्कालीन DGP सुमेध सिंह सैनी थे, उनकी पैरवी करने वाले वकील को एडवोकेट जनरल लगा दिया गया।
उन्होंने कहा कि पिछले 50 दिनों में इस सरकार ने ड्रग्स मामले में STF की रिपोर्ट खुलवाने और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों के इंसाफ के लिए क्या किया?
स्वीकार
मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया इस्तीफा
सिद्धू के शर्त रखने के बाद मुख्यमंत्री चन्नी ने अपने रवैये में बदलाव करते हुए एडवोकेट जनरल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, "पंजाब कैबिनेट ने एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। नई नियुक्ति जल्द ही की जाएगी।"
इस दौरान सिद्धू भी उनके बगल में बैठे थे। बता दें के एडवोकेट जनरल ने इस्तीफा देने के दौरान सिद्धू पर राजनीतिक लाभ के लिए संवैधानिक कार्यालय का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था।
विरोध
सिद्धू ने किया था नियुक्तियों का कड़ा विरोध
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद एडवोकेट जनरल अतुल नंदा ने इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह एपीएस देओल और पुलिस महानिदेशक (DGP) पद पर इकबाल सिंह सहोता को तैनात किया था।
सिद्धू ने इनका विरोध करते हुए कहा था कि शीर्ष नियुक्तियों में उनसे सलाह-मशविरा नहीं किया गया था। उनका मानना था कि ये नियुक्तियां भ्रष्टाचार से लड़ने की उनकी घोषणाओं के बीच में आएंगी।