पंजाब कैबिनेट की नई सूची फाइनल; सात विधायकों को मिली जगह, पांच पूर्व मंत्रियों की छुट्टी
क्या है खबर?
पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के कमान संभालने के बाद नए मंत्रिमंडल पर शुरू हुई माथापच्ची लगभग खत्म हो गई।
नए कैबिनेट की सूची फाइनल कर ली गई है और इसमें सात नए विधायकों को शामिल किया गया है। इसी तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के पांच मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है, लेकिन आठ मंत्रियों को बरकरार रखा गया है।
शुक्रवार रात को राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में सूची को अंतिम रूप दिया गया है।
बैठक
राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद किया गया सूची में बदलाव
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मुख्यमंत्री चन्नी ने लंबे विचार-विमर्श के बाद गुरुवार को मंत्रिमंडल की सूची को फाइनल कर लिया था, लेकिन सिद्धू को कुछ नामों पर ऐतराज था। इसको लेकर राहुल गांधी के साथ लंबी चर्चा की गई थी।
देर रात तक चली इस बैठक में अमरिंदर सिंह सरकार के पांच मंत्रियों को हटाने और सात नए विधायकों को शामिल करने पर आम सहमति बन गई। अब सूची को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मंजूरी का इंतजार है।
जानकारी
रविवार को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह
सूत्रों के अनुसार, नई सूची को अंतिम रूप देने के बाद राहुल गांधी शिमला पहुंच गए। इसी तरह मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने भी पंजाब लौटकर शपथ ग्रहण के लिए राज्यपाल से समय मांग लिया है। रविवार सुबह मंत्रियों की शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
छुट्टी
किन पांच पूर्व मंत्रियों को हुई है छुट्टी?
दैनिक भास्कर के अनुसार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, हरीश रावत, हरीश चौधरी और अजय माकन की मौजूदगी में हुई बैठक में अमरिंदर सिंह सरकार में मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत, बलवीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा को नई कैबिनेट से बाहर करने का निर्णय किया गया है।
इनमें साधु सिंह धर्मसोत पर पोस्टमैट्रिक घोटाले के आरोप लगे थे और अन्य मंत्रियों को अमरिंद के करीबी होने की सजा मिली है।
वापसी
अमरिंदर सरकार के इन मंत्रियों की हुई कैबिनेट में वापसी
नए कैबिनेट में अमरिंदर सरकार में मंत्री रहे मनप्रीत बादल, विजयेंद्र सिंगला, रजिया सुल्ताना, ब्रह्म मोहिंदरा, अरुणा चौधरी, भारत भूषण आशु, तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया को फिर से बरकरार रखा गया है।
बता दें कि मनप्रीत बादल ने चन्नी के नाम पर कांग्रेस हाईकमान को राजी करने में अहम भूमिका निभाई थी।
विजयेंद्र सिंगला के शिक्षा मंत्री रहने के समय ही पंजाब स्कूलों में नंबर एक पर आया था। हालांकि, मंत्रियों का विभाग बदला जा सकता है।
विधायक
नए मंत्रियों में इन विधायकों को किया गया है शामिल
मंत्री पद हासिल करने वाले नए विधायकों में राजकुमार वेरका, कांग्रेस प्रदेश महासचिव परगट सिंह, संगत गिलजियां, गुरकीरत कोटली, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा, राणा गुरजीत और गिद्दड़बाहा विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग शामिल हैं। वह सिद्धू के करीबी माने जाते हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री चन्नी ने प्रगट सिंह और कुलजीन नागरा के नाम का विरोध किया था, लेकिन बैठक के बाद इन सभी नामों को शामिल कर लिया गया है।
मंथन
लंबी बैठक के बाद भी असमंजस में रहा हाईकमान
पंजाब कैबिनेट के विस्तार को लेकर कांग्रेस हाईकमान पूरी तरह से असमंजस में नजर आ रहा है। तीन बार बैठक के बाद भी मंत्रियों की सूची फाइनल नहीं हो सकी थी।
राहुल गांधी के घर देर रात फिर 2 बजे तक चार घंटे तक इस पर मंथन चला था। इसमें सबसे बड़ा खतरा अमरिंदर सिंह बने हुए थे।
हाईकमान को आशंका है कि अगर सभी पुराने मंत्रियों को हटाया जाता है तो वो कैप्टन के साथ मिल सकते हैं।
पृष्ठभूमि
अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद चन्नी ने संभाली थी कमान
पंजाब कांग्रेस में खींचतान के बीच 18 सितंबर को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने अपने साथ पूरी मंत्रिपरिषद का भी इस्तीफा राज्यपाल बनवारी पुरोहित को सौंपा था। उसके बाद 20 सितंबर को चरणजीत चन्नी ने नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
उसके बाद से ही नए मंत्रिमंडल को लेकर खींचतान चल रही थी। नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर मुख्यमंत्री चन्नी और प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच मतभेद चल रहे थे।