पंजाब: सिद्धू से मिलने वाले विधायकों पर CID की नजर, कईयों के खिलाफ तेज होगी जांच
पंजाब कांग्रेस में जारी आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी हाईकमान द्वारा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की मांगों को दरकिनार कर नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त करने को लेकर खेमेबाजी बढ़ गई है। बुधवार को सिद्धू ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए कई विधायकों के साथ स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका था। अब खबर है कि सिद्धू के साथ जाने वाले विधायक पंजाब क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) की रडार पर हैं।
सिद्धू के आवास पर पहुंचे थे 48 विधायक
इंडिया टुडे के अनुसार, सिद्धू के घर जमावड़े पर नजर रख रहे CID के अधिकारियों ने बताया 48 विधायक नए प्रमुख के अमृतसर आवास पर पहुंचे थे। इनमें आम आदमी पार्टी से कांग्रेस में आए तीन विधायक भी शामिल थे। पहले बताया जा रहा था कि करीब 62 विधायक सिद्धू के साथ स्वर्ण मंदिर जाएंगे। जानकारी के अनुसार, CID अधिकारियों को सादे कपड़ों में सिद्धू के आवास के आसपास तैनात किया गया था।
तेज होगी कई विधायकों के खिलाफ जांच
सूत्रों ने बताया कि सिद्धू के आवास पर पहुंचे कई विधायकों और उनके करीबियों पर गंभीर आरोप हैं। इनमें से कुछ प्रत्यक्ष और कुछ अप्रत्यक्ष तौर पर अवैध खनन और शराब तस्करी की गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। कहा जा रहा है कि सिद्धू के खेमे में जाने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इन विधायकों के खिलाफ जारी जांच को तेज करने का आदेश दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो इन विधायकों की मुश्किल बढ़ना लाजिमी है।
कैप्टन पर 'बदले की भावना' से काम करने के आरोप
पंजाब सरकार में मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री सिंह पर 'बदले की भावना' से राजनीति करने का आरोप लगाया है। चन्नी ने कहा कि जब उन्होंने पार्टी में दलितों से जुड़े मुद्दों को उठाया तो उन्हें झूठे मामलों में फंसा दिया गया। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ भी बुधवार को सिद्धू के साथ नजर आए थे। उन्होंने कहा कि यह दरबार साहिब है और यहां आने वाले के सारे पाप माफ हो जाते हैं।
कल पदभार संभालेंगे सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगे। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को न्योता भेजा है। इस पर कांग्रेस के 80 में से 65 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। इसके साथ ही सिद्धू ने पंजाब के प्रभारी हरीश सिंह रावत को भी न्योता भेजा है। सोनिया गांधी ने सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रमुख बनाने का फैसला लिया था।
माफी मंगवाने पर अड़े कैप्टन
कैप्टन का सिद्धू के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल होना मुश्किल लग रहा है। दरअसल, सोमवार को अमरिंदर सिंह की टीम ने साफ किया कि वे तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे, जब तक कि सिद्धू सोशल मीडिया पर उन पर किए गए अपमानजनक हमलों के लिए माफी नहीं मांग लेते। दूसरी तरफ सिद्धू के खेमे के नेताओं का कहना है कि उन्हें माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है। सिद्धू की नियुक्ति सभी को स्वीकार करनी होगी।