पाकिस्तान के न्योते पर करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे सिद्धू?
क्या है खबर?
पाकिस्तान मीडिया की खबरों की मानें तो कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का पाकिस्तान का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के आदेश पर उनकी पार्टी के सांसद फैसल जावेद ने सिद्धू से संपर्क साधा था और उन्हें 9 नवंबर को होने वाले उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, न्योता देने के लिए सिद्धू ने इमरान को धन्यवाद कहा था।
पहला जत्था
पहले जत्थे में शामिल होंगे 575 श्रद्धालु
पाकिस्तान के अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में भारत ने पाकिस्तान के साथ करतारपुर कॉरिडोर के जरिए गुरूद्वारा दरबार साहिब आने वाले सिख श्रद्धालुओं के पहले जत्थे की सूची साझा की थी, जिसमें 575 लोगों का नाम शामिल था।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस जत्थे का नेतृत्व करेंगे, वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, हरदीप पुरी, हरसिमरत कौर और पंजाब के कई सांसद और विधायक भी इसका हिस्सा होंगे।
न्योता
जत्थे में सिद्धू का नाम शामिल नहीं होने पर पाकिस्तान ने दिया न्योता
खबरों के अनुसार, पहले जत्थे की सूची में सिद्धू का नाम शामिल न होने के बाद इमरान खान ने अपनी तरफ से सिद्धू को 9 नवंबर को होने वाले उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा, जिसे सिद्धू ने स्वीकार कर लिया।
इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने अपनी प्रेस रिलीज में बताया है कि सिद्धू ने उन्हें न्योता देने के लिए इमरान को धन्यवाद कहा है और समारोह में शामिल होने का आश्वासन दिया है।
बयान
"दुनियाभर के लाखों सिखों को सकारात्मक संदेश भेजेगा करतारपुर कॉरिडोर"
PTI की प्रेस रिलीज के अनुसार, सिद्धू ने ये भी कहा कि लाखों सिख करतापुर आने के लिए बेताब हैं और कॉरिडोर को पूरा करने के लिए पाकिस्तान सरकार को धन्यवाद कहते हैं, जिसके जरिए उनके धर्मगुरु गुरू नानक देव को श्रद्धांजलि अर्पित करना आसान हो जाएगा।
पाकिस्तान मीडिया के अनुसार, सिद्धू ने ये भी कहा कि करतारपुर कॉरिडोर समझौता दुनियाभर के लाखों सिखों को एक सकारात्मक संदेश भेजता है।
जानकारी
पाकिस्तान ने मनमोहन सिंह को भी भेजा था न्योता
पाकिस्तान इससे पहले मनमोहन सिंह को भी अपनी तरफ से उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता भेज चुका है। लेकिन मनमोहन ने पाकिस्तान के इस न्योता को स्वीकार नहीं किया था। मनमोहन पंजाब सरकार के न्योते पर पहले जत्थे का नेतृत्व करेंगे।
विवाद
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष को गले लगाने के लिए खूब विवादों में रहे थे सिद्धू
अगर सिद्धू के पाकिस्तान का निमंत्रण स्वीकार करने की ये खबरें सही निकलती हैं तो वो एक फिर से विवादों के केंद्र में आ सकते हैं।
इससे पहले वह पिछले साल इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भी गए थे। इस समारोह में उन्हें पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था, जिसे लेकर उनकी तीखी आलोचना हुई थी।
खुद उनकी पार्टी के अमरिंदर सिंह ने इसके लिए सिद्धू से नाराजगी व्यक्त की थी।
करतारपुर कॉरिडोर
क्या है करतारपुर कॉरिडोर?
करतारपुर कॉरिडर का निर्माण पाकिस्तान के नरोवाल स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को भारत के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ने के लिए किया गया है।
करतारपुर में सिखों के पहले धर्मगुरू गुरू नानक देव का निवास स्थान था और यहीं उनकी मौत हुई थी। ये सिख समुदाय के सबसे पवित्र स्थानों में से एक हैं।
भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के सरकारें मिलकर इसका निर्माण कर रही थीं।
जानकारी
पिछले काफी समय से हो रही थी मांग
पिछले कई सालों से भारत में मौजूद सिख नेता पाकिस्तानी सरकार से इस कॉरिडोर पर काम शुरू करने की अपील कर रहे थे। दोनों देशों ने 24 अक्टूबर को करतारपुर कॉरिडोर पर अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।