कौन थे NCP नेता बाबा सिद्दीकी, जिन्होंने बिहार से निकलकर मुंबई की राजनीति में बनाई पहचान?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की बीती रात गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मुंबई के बांद्रा इलाके में उन पर 3 हमलावरों ने गोलियां चलाईं, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, सिद्दीकी को बचाया नहीं जा सका। सिद्दीकी इसी साल NCP में शामिल हुए थे और उससे पहले दशकों तक कांग्रेस में थे। आइए जानते हैं बिहार में जन्में सिद्दीकी ने मुंबई की राजनीति में कैसे पकड़ बनाई।
बिहार में है सिद्दीकी का पुश्तैनी घर
सिद्दीकी का जन्म 30 सितंबर, 1958 को बिहार के पटना में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती 5 साल गोपालगंज के शेख टोगी गांव में बिताए थे। अभी भी इसी गांव में सिद्दीकी का पुश्तैनी परिवार रहता है। जब सिद्दीकी 5 साल के थे, तब उनके पिता अब्दुल रहीम सिद्दीकी मुंबई आ गए थे। यहां वे घड़ी बनाने का काम करते थे। सिद्दीकी ने मुंबई के ही एक कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई की थी।
कैसे शुरू हुआ राजनीतिक सफर?
सिद्दीकी छात्र जीवन से ही राजनीति में उतर गए थे। 16-17 साल की उम्र से ही उन्होंने कांग्रेस के लिए काम करना शुरू कर दिया था। वे कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के सदस्य रहे। 1992 और 1997 में वे कांग्रेस के टिकट पर 2 बार नगरसेवक चुने गए थे। 1999 में कांग्रेस के टिकट पर सिद्दीकी ने बांद्रा पश्चिम से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और करीब 8,000 वोटों से जीत दर्ज की।
बांद्रा पश्चिम सीट से लगातार 3 बार चुने गए विधायक
बाद में सिद्दीकी ने बांद्रा पश्चिम से 2004 और 2009 में भी जीत दर्ज की। 2004 से 2008 तक विलासराव देशमुख की सरकार में वे खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे। इससे पहले 2000 से 2004 तक महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेपलमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष भी रहे थे। 2014 में कांग्रेस ने उन्हें मुंबई कांग्रेस समिति का उपाध्यक्ष बनाया था। इसी दौरान उनके बेटे जीशान सिद्दीकी भी राजनीति में सक्रिय होने लगे।
इसी साल सिद्दीकी ने छोड़ी थी कांग्रेस
2014 में सिद्दीकी चुनाव हार गए थे। हालांकि, बांद्रा पूर्व सीट से उनके बेटे जीशान ने जीत दर्ज की थी। इसी साल फरवरी में सिद्दीकी ने कांग्रेस के साथ अपने 48 साल का सफर खत्म करते हुए NCP का दामन थाम लिया था। तब सिद्दीकी ने कहा था, "कांग्रेस ने मुझे करी पत्ते जैसे इस्तेमाल किया, जिसका काम सिर्फ स्वाद बढ़ाना होता है। रोज रोने से अच्छा है आप दूर हो जाएं। कांग्रेस को सिर्फ वोट चाहिए।"
भव्य इफ्तार पार्टियों के लिए जाने जाते थे सिद्दीकी
सिद्दीकी हर साल रमजान के महीने में भव्य इफ्तार पार्टियों का आयोजन करते थे। इन पार्टियों में न केवल राजनीतिक हस्तियां, बल्कि बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारे भी शिरकत करते थे। सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त से लेकर कई फिल्मी सितारे इन पार्टियों में नजर आते थे। 2013 में ऐसी ही एक इफ्तार पार्टी में शाहरुख खान और सलमान खान ने 5 साल से चल रहे मतभेद को खत्म करते हुए एक-दूसरे को गले लगाया था।