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मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर सियासत: राहुल गांधी बोले- सरकार ने अपमान किया
राहुल गांधी ने सरकार पर मनमोहन सिंह के अपमान का आरोप लगाया है (तस्वीर-एक्स/rahulgandhi)

मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर सियासत: राहुल गांधी बोले- सरकार ने अपमान किया

लेखन आबिद खान
Dec 28, 2024
05:39 pm

क्या है खबर?

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 27 दिसंबर की रात 92 साल की उम्र में निधन हो गया था। आज यानी 28 दिसंबर को दिल्ली के निगम बोधी घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। अब अंतिम संस्कार की जगह और स्मारक को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगाया है।

राहुल गांधी

राहुल गांधी बोले- सरकार को आदर दिखाना चाहिए था

राहुल गांधी ने लिखा, 'भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है। एक दशक के लिए वह प्रधानमंत्री रहे, उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं। केंद्र सरकार को देश के इस महान पुत्र और उनकी गौरवशाली कौम के प्रति आदर दिखाना चाहिए था।'

केजरीवाल

केजरीवाल ने भी सरकार को घेरा

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, 'ये खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया। इसके पूर्व भारत के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था। सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार और समाधि के लिए भाजपा सरकार 1,000 गज जमीन भी न दे सकी?'

मायावती

मायावती बोलीं- सरकार भावनाओं का करे सम्मान

मायावती ने कहा, 'केंद्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डॉक्टर मनमोहन सिंह के देहांत होने पर उनका अंतिम संस्कार वहां कराए तथा उनके सम्मान में स्मारक आदि वहीं बनवाए, जहां उनके परिवार की दिली इच्छा है। अर्थात इसके लिए कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में केंद्र सरकार इनके परिवार की व सिख समाज की भी भावनाओं का जरूर सम्मान करे तो यह उचित होगा।'

नियम

समाधि स्थल को लेकर क्या हैं नियम?

समाधि स्थल बनाए जाने के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी जरूरी होती है। इस दौरान संस्कृति मंत्रालय, आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय, गृह मंत्रालय, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) और राजघाट क्षेत्र समिति अलग-अलग स्तर पर मंजूरी देती है। राष्ट्रीय स्मारक स्थल के रूप में स्थापित होने की वजह से राजघाट परिसर में समाधि स्थल बनाए जाते हैं। जगह सीमित होने की वजह से यहां बहुत ही खास व्यक्तियों का समाधि स्थल बनाया जाता है।

भाजपा

मामले पर भाजपा का क्या कहना है?

मामले पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "जिस कांग्रेस ने जिंदा रहते कभी मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया, आज उनके निधन के बाद वह राजनीति कर रहे हैं। कम से कम आज दुख की इस घड़ी में कांग्रेस को राजनीति से बचना चाहिए। मंत्रिमंडल बैठक में फैसला किया गया है कि मनमोहन सिंह की याद में स्मारक स्थल और समाधि बनाई जाएगी। ये बात गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी बता दी है।"

जानकारी

किन लोगों की बनती है समाधि?

समाधि स्थल सिर्फ उन लोगों के बनाए जाते हैं, जिनका योगदान राष्ट्रीय और ऐतिहासिक महत्व का रहा हो। देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उप-प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्तर पर महत्व रखने वाले लोगों के स्मारक भी बनाए जाते हैं।