
मनमोहन का प्रधानमंत्री और सरकार पर हमला, राष्ट्रवाद से लेकर मंहगाई तक के मुद्दों पर घेरा
क्या है खबर?
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधा है।
एक वीडियो संदेश में डॉ सिंह ने मोदी पर हर समस्या के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का राष्ट्रवाद नकली है और यह अंग्रेजों की 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर आधारित है।
आइये जानते हैं कि उन्होंने और क्या बातें कहीं।
बयान
गलतियां छिपाने के लिए इतिहास को दोष नहीं देना चाहिए- सिंह
89 वर्षीय डॉ सिंह ने कहा कि एक तरफ लोग महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं और दूसरी तरफ मौजूदा सरकार अपनी गलतियों को मानने की जगह नेहरू को जिम्मेदार ठहरा रही है।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री के पद का खास महत्व होता है। प्रधानमंत्री को गलतियां छिपाने के लिए इतिहास को दोष नहीं देना चाहिए। मैं 10 सालों के लिए प्रधानमंत्री रहा, मेरा काम बोलता था। मैंने कभी देश की इज्जत कम नहीं होने दी।"
बयान
मौजूदा सरकार को आर्थिक और विदेश नीति की समझ नहीं- सिंह
दो बार प्रधानमंत्री रहे डॉ सिंह ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार चीनी घुसपैठ की जानकारी को दबाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, "उनके (भाजपा सरकार) पास आर्थिक नीतियों की समझ नहीं है। यह मामला केवल देश के भीतर तक सीमित नहीं है। यह सरकार विदेश नीति के मोर्चे पर भी असफल हुई है। चीन हमारी सीमा पर बैठा है और इस बात को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।"
बयान
सिंह बोले- लोगों को बांटने की हो रही कोशिश
डॉ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ताधारियों को यह बात समझ में आ गई होगी कि जबरन गले लगाने, बिना बुलाए बिरयानी खाने पहुंचने या घुमाने से विदेशों से रिश्ते नहीं सुधरते। सच हमेशा सामने आ जाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज लोगों को बांटा जा रहा है। इस सरकार का फर्जी राष्ट्रवाद खतरनाक है और यह अंग्रेजों की नीति पर आधारित है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।
आरोप
"पंजाब को बदनाम करने की हुई कोशिश"
मनमोहन सिंह ने अपने संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की घटना का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि इस घटना के जरिये पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राज्य के लोगों को बदनाम करने की कोशिश हुई। किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब और पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश की गई। पूरी दुनिया पंजाबियों की बहादुरी और देशभक्ति को सलाम करती है, लेकिन यह सरकार इसकी बातें नहीं करती।
विधानसभा चुनाव
पंजाब में 20 फरवरी को होगा मतदान
117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में 20 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
पंजाब में कांग्रेस जहां अपना किला बचाने की कोशिश में है, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) और अकाली दल पिछली हार को भूलकर सत्ता में आने के प्रयास कर रही हैं।
कांग्रेस से अलग होने के बाद अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी बनाई है और वो भाजपा के साथ मिलकर सत्ता की दावेदारी पेश कर रहे हैं।