क्या है ऑनलाइन टीकाकरण पोर्टल U-WIN, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने किया लॉन्च?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए चलाए जाने वाले सार्वजनिक टीकाकरण कार्यक्रम को मजबूती देने के लिए मंगलवार को U-WIN नामक एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया। यह पोर्टल कोनोना महामारी के समय चलाए गए वैक्सीनेशन अभियान के प्रबंधन के लिए लाॅन्च किए गए CoWIN पोर्टल की तरह ही सावर्जनिक टीकाकरण कार्यक्रम का एक केंद्रीकृत डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करेगा। ऐसे में आइए इस पोर्टल के बारे में सबकुछ जानते हैं।
आखिर क्या है U-WIN पोर्टल?
U-WIN (यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन वेब-इनेबल्ड नेटवर्क) एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे पूरे भारत में टीकाकरण कवरेज में सुधार लाने के लिए बनाया गया है। मौजूदा टीकाकरण प्रणाली का डाटा आशा कार्यकर्ता हाथों से दर्ज करती हैं और फिर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उसे एकत्र किया जाता है। इस प्रक्रिया में एक महीने से अधिक समय लगता है। इसी तरह, इसमें निजी अस्पतालों के टीकाकरण का रिकॉर्ड अक्सर नहीं होता है। इससे पूरे डाटा में अंतर पैदा होता है।
U-WIN पोर्टल के साथ क्या है सरकार की योजना?
U-WIN पोर्टल के साथ सरकार जन्म से ही डिजिटल, व्यक्तिगत टीकाकरण रिकॉर्ड बनाए रखने की योजना बना रही है, जिससे टीकाकरण के दायरे से बाहर रहने वालों की पहचान करना और उन्हें सहायता प्रदान करना आसान हो जाएगा। बड़ी बात यह है कि इस पोर्टल का परीक्षण पहले ही विभिन्न चरणों में देश के कुल 64 जिलों में किया जा चुका है, जहां इसने रिकॉर्ड सटीकता और कवरेज में सुधार लाने में आशाजनक परिणाम प्रदर्शित किए हैं।
कैसे काम करता है U-WIN पोर्टल?
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, 6 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को उनके मोबाइल नंबर के साथ आधार जैसे सरकारी पहचान पत्र का उपयोग करके U-WIN पर पंजीकृत किया जा सकता है। इसके बाद यह पोर्टल बच्चों के लिए आवश्यक सभी 25 वैक्सीन के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक 2 वैक्सीनों पर नजर रखता है। इस प्रक्रिया के तहत सरकार के पास पूरे टीकाकरण कार्यक्रम का एक ऑनलाइन रिकॉर्ड तैयार हो जाता है।
लोगों को अगली खुराक की पहले ही मिलेगी सूचना
U-WIN पोर्टल पर वैक्सीन की प्रत्येक खुराक लगने के बाद रिकॉर्ड अपडेट होता है और अगली खुराक की तारीख भी नजर आती है। यह अगली खुराक की तारीख से पहले लाभार्थी को SMS रिमाइंडर भी भेजेगा। इसी तरह QR-आधारित डिजिटल प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराता है। U-WIN माता-पिता को स्वयं पंजीकरण कराने और अपनी सुविधानुसार देश भर में किसी भी उपलब्ध केंद्र पर बच्चों का टीकाकरण कराने की सुविधा भी प्रदान करता है।
11 क्षेत्रीय भाषाओं में काम करता है U-WIN पोर्टल
U-WIN पोर्टल 11 क्षेत्रीय भाषाओं में काम करता है, जिससे देशभर के लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी तरह यह स्वास्थ्यकर्मियों के लिए उनके क्षेत्रों में अगली खुराक के लिए निर्धारित बच्चों की सूची भी स्वचालित रूप से तैयार करता है।
किन बीमारियों के लिए किया जाता है टीकाकरण?
U-WIN पोर्टल भारत के सार्वजनिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) का एक अभिन्न अंग है, जिसका उद्देश्य देश भर में सभी गर्भवती महिलाओं और बच्चों को 12 रोकथाम योग्य बीमारियों के खिलाफ मुफ्त टीकाकरण प्रदान करना है। इन बीमारियों में डिप्थीरिया, पर्टुसिस (काली खांसी), टिटनेस, पोलियो, खसरा, रूबेला, गंभीर बाल्यावस्था टीवी रोग, रोटावायरस डायरिया, हेपेटाइटिस-B, मेनिनजाइटिस और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप-B से होने वाला निमोनिया तथा न्यूमोकोकल निमोनिया शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, चुनिंदा जिलों में जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए टीकाकरण भी शामिल है।
टीकाकरण कार्यक्रम में कैसे मदद करेगा U-WIN पोर्टल?
U-WIN को स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं में आसानी से अपनाया जा सकता है, क्योंकि यह CoWIN के समान सिद्धांतों और डिजिटल बुनियादी ढांचे पर काम करता है। एक टीकाकरण विशेषज्ञ ने कहा, "हम पहले से ही जानते हैं कि इस तरह के बड़े कार्यक्रम को चलाने के लिए आवश्यक डिजिटल बुनियादी ढांचा देश में मौजूद है। अधिकांश टीका लगाने वालों ने भी इसी तरह के प्लेटफॉर्म के साथ काम किया है और वह इसके साथ सहज हैं।"
गलत खुराक देने से बचाएगा पोर्टल
यह पोर्टल मानवीय गलतियों को कम करेगा। अगर कोई स्वास्थ्यकर्मी किसी लाभार्थी को गलत खुराक देने वाला है या समय से पहले खुराक देने वाला है, तो पोर्टल उन्हें इसे अपडेट करने की अनुमति नहीं देगा। इससे वह सतर्क हो जाएंगे और गलती नहीं होगी।