कांग्रेस का चिंतन शिविर: एक परिवार में मिलेगा एक ही टिकट, नेताओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण
संगठन को मजबूत करने और भविष्य की योजनाओं पर मंथन के लिए राजस्थान के उदयपुर जिले में आयोजित कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर का समापन रविवार को हुआ। इसमें सभी बड़े नेताओं ने पार्टी को मजबूत बनाने और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार की। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में 'एक परिवार, एक टिकट' के नियम सहित कई प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई।
शिविर में तैयार किया गया चुनावों में मिली हार का खाका
उदयपुर के अरावली रिसॉर्ट में आयोजित चिंतन शिवर में पार्टी के नेताओं ने पिछले चुनावों में मिली लगातार हार के बाद का खाका तैयार करते हुए संगठन को फिर मजबूत करने के लिए कई बड़े फैसले लिए। बताया जा रहा है कि पार्टी ने तय किया है कि ब्लाक स्तर से लेकर कांग्रेस कार्यसमिति तक का एक निर्धारित कार्यकाल होगा और जिन लोगों को प्रदेश प्रभारी बनाया जाएगा, उन्हें ज्यादा से ज्यादा समय अपने प्रदेश में ही बिताना होगा।
CWC ने इन प्रस्तावों को दी मंजूरी
चिंतन शिविर में लिए गए प्रस्तावों पर निर्णय के लिए आयोजित CWC की बैठक में टिकट वितरण पर बड़ा फैसला किया गया है। इसके तहत अब चुनावों में कांग्रेस के एक परिवार में एक ही टिकट दिया जाएगा। इसी तरह यह भी शर्त रखी गई है कि परिवार के किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट संगठन के लिए कम से कम पांच साल तक काम करने की सूरत में ही दिया जाएगा। कांग्रेस नेता इस निर्णय को अहम मान रहे हैं।
पार्टी में 50 प्रतिशत पद 50 साल से कम उम्र के नेताओं के लिए आरक्षित
CWC की बैठक में पार्टी में युवाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने की सिफारिश को भी मंजूरी दी है। इसके तहत अब पार्टी में 50 प्रतिशत पद 50 साल से कम उम्र के नेताओं के लिए आरक्षित होंगे और सभी स्तरों पर पदों का कार्यकाल पांच साल का रहेगा। इसी तरह पार्टी में रिक्त चल रहे सभी पदों को 90-120 दिनों में भरा जाएगा और पदाधिकारियों के कार्य के मूल्यांकन और जवाबदेही तय करने के लिए नई व्यवस्था लागू की जाएगी।
कांग्रेस में बनाया जाएगा छोटा राजनीतिक सलाहकार समूह
CWC ने संगठनात्मक और नीतिगत मुद्दों पर निर्णय लेने में कांग्रेस अध्यक्ष की सहायता के लिए पार्टी में एक छोटा राजनीतिक सलाहकार समूह स्थापित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। हालांकि, संसदीय बोर्ड तंत्र को पुनर्गठित करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
नेताओं को प्रशिक्षण देने के लिए खोले जाएंगे राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान
CWC ने चिंतन शिविर की सिफारिशों को मानते हुए संगठन की मजबूती के लिए तकनीक का सहारा लेने और केरल की तर्ज पर सभी राज्यों में राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान खोलने का निर्णय किया है। इसमें केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा तिरुवनंतपुरम में संचालित राजीव गांधी विकास अध्ययन संस्थान (RGIDS) में प्रशिक्षण का प्रारंभिक केंद्र होगा। इन संस्थानों में पार्टी नेताओं को राजनीति के गुर सिखाए जाएंगे। इसी तरह चुनाव प्रबंधन के लिए विशेष निकाय गठित होगा।
अब हर साल होगी AICC और PCC की बैठक
चिंतन शिवर में बनाए गई योजनाओं के आधार पर CWC ने AICC और PCC की हर साल बैठक आयोजित करने का निर्णय किया है। इन बैठकों में पार्टी पदाधिकारियों के कार्यों और पार्टी की सफलता और असफलता का विश्लेषण किया जाएगा। इसी तरह सभी राज्यों में राजनीतिक मामलों की समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति राज्यों में चुनावों में संबंधित सुधारों के लिए सुझाव देगी और उनके आधार पर भविष्य के फैसले किए जाएंगे।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा
चिंतन शिविर के समापन पर सोनिया गांधी ने पार्टी द्वारा 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करने का ऐलान किया है। इस यात्रा में पार्टी से जुड़े सभी युवा और नेता हिस्सा लेंगे।
सामाजिक सद्भाव को मजबूत करना है भारत जोड़ो यात्रा का मकसद- सोनिया
सोनिया गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का मकसद सामाजिक सद्भाव को मजबूत करना और संविधान के उन बुनियादी मूल्यों की रक्षा करना है जिस पर हमला हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों की मौजूदगी वाला सलाहकार समूह और आंतरिक सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए एक टास्क फोर्स गठित की जाएगी। इसी तरह 15 जून से जिला स्तर पर 'जन जागरण अभियान' का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा।