कर्नाटक में JD(S) के साथ गठबंधन करेगी भाजपा, दोनों पार्टियां साथ लड़ेंगी लोकसभा चुनाव
कर्नाटक में भाजपा को नया साथी मिल गया है। भाजपा यहां जनता दल (सेक्युलर) के साथ गठबंधन करने जा रही है। दोनों पार्टियां राज्य में अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगी। हालांकि, JD(S) की ओर से इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन कर्नाटक भाजपा के नेता बीएस येदियुरप्पा ने इस बात की पुष्टि की है। खबर है कि दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर भी सहमति बन चुकी है।
गठबंधन पर क्या बोले येदियुरप्पा?
येदियुरप्पा ने कहा, "मुझे खुशी है कि देवगौड़ा जी ने हमारे प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्होंने पहले ही लगभग 4 सीटें फाइनल कर ली हैं। मैं उनका स्वागत करता हूं। गृह मंत्री अमित शाह ने इसके लिए हामी भर दी है।" येदियुरप्पा के बयान से साफ है कि सीट बंटवारे में JD(S) को 4 सीटें मिली हैं और बाकी सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। कर्नाटक में लोकसभा की कुल 28 सीटें हैं।
नड्डा और शाह से मिले थे देवगौड़ा
हाल ही में देवगौड़ा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने कहा था कि गठबंधन की बातचीत भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं और देवगौड़ा के बीच चल रही है और इसी आधार पर आगे का फैसला लिया जाएगा।
क्यों साथ आए भाजपा-JDS?
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अपने पुराने साथियों को एकजुट करने में जुटी है। इसके तहत पार्टी ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल कराया है। बिहार में भी भाजपा जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी और चिराग पासवान को साधने में कामयाब रही है। JDS के साथ गठबंधन भाजपा की इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
कांग्रेस के साथ भी रहा है JD(S) का गठबंधन
कर्नाटक में JD(S) किंगमेकर की भूमिका में रही है और इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ गठबंधन कर चुकी है। 2004 के चुनावों में JD(S) को 58 सीटें मिलीं और उसने 65 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। हालांकि, 2 साल बाद ही एचडी कुमारस्वामी भाजपा के साथ आ गए। 2018 में कांग्रेस और JD(S) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने। 2019 लोकसभा चुनाव भी दोनों ने साथ लड़ा था।
न्यूजबाइट्स प्लस
1999 में देवगौड़ा ने JD(S) की स्थापना की थी। पार्टी की कर्नाटक के वोक्कालिगा समुदाय में बड़ी पैठ मानी जाती है और दक्षिण कर्नाटक को पार्टी का गढ़ माना जाता है। ओल्ड मैसूर के इलाके में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करती आई है। JDS ऐसी पार्टी है, जिसके नेता एचडी कुमारस्वामी 2 बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बन चुके हैं, लेकिन पार्टी ने आज तक किसी भी चुनाव में राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे।