बागी कर्नाटक विधायकों ने कांग्रेस नेताओं से बताया गंभीर खतरा, मुंबई पुलिस से सुरक्षा की मांग
मुंबई के होटल में ठहरे कर्नाटक के 14 बागी विधायकों ने फिर से मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर कांग्रेस नेताओं ने गंभीर खतरा बताया है और सुरक्षा की मांग की है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर आज बागियों से मिलने होटल पहुंच सकते हैं। यही कारण है कि बागियों ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर कहा है कि उनका इन नेताओं से मिलने का कोई इरादा नहीं है।
पत्र में लिखा, हमें गंभीर खतरे का अंदेशा
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कर्नाटक के 14 बागी विधायकों ने पोवाई पुलिस थाने के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने लिखा है, "हमारा मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद या महाराष्ट्र और कर्नाटक के अन्य किसी कांग्रेस नेता से मिलने का कोई इरादा नहीं है क्योंकि हमें उनसे गंभीर खतरे का अंदेशा है। हम आपसे इन नेताओं को हमसे मिलने से रोकने का अनुरोध करते हैं।"
पहले भी कर चुके हैं सुरक्षा की मांग
इससे पहले भी इन बागी विधायकों ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी, जिसके बाद कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार को होटल के अंदर नहीं घुसने दिया गया था। उन्होंने बागियों से मिलने के लिए होटल के बाहर 6 घंटे इंतजार भी किया था। उन्हें और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को अन्य नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया था। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
कर्नाटक संकट के समाधान की हर कोशिश को नाकाम कर रहे बागी
बता दें कि बागी विधायक कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) नेताओं के कर्नाटक में जारी संकट के समाधान की हर कोशिश को नाकाम कर रहे हैं। वो सुरक्षा मांग की इस तरकीब का इस्तेमाल नेताओं को खुद से दूर रखने के लिए कर रहे हैं।
क्या है कर्नाटक का संकट?
6 जुलाई के बाद से कर्नाटक में सत्ता पर काबिज कांग्रेस-JD(S) गठबंधन के 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। हालांकि विधानसभा स्पीकर ने अभी तक उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं और सरकार अधर में लटकी हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को 16 जुलाई तक इस्तीफों पर कोई फैसला नहीं लेने को कहा है। इस बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधानसभा में बहुमत साबित करने को तैयार होने की बात कह चुके हैं।
अगर 11 विधायकों का इस्तीफा हुआ स्वीकार तो सरकार बना लेगी भाजपा
अगर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद स्पीकर कांग्रेस-JD(S) के सभी 16 बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लेते हैं, तो कुमारस्वामी बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे और उनकी सरकार गिर जाएगी। ऐसे में 224 सदस्यों की कर्नाटक विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा गिर जाएगा और 105 सीटों वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार बना सकती है। इसके लिए कम से कम 11 बागियों का इस्तीफा स्वीकार होने की जरूरत है।