कर्नाटक: लॉकडाउन से प्रभावित लोगों के लिए सरकार का 1,610 करोड़ रुपये का राहत पैकेज
कर्नाटक की भाजपा सरकार ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित हुए वर्गों के लिए 1,610 करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इसका ऐलान करते हुए बताया कि राज्य सरकार की तरफ से किसानों, छोटे और मध्यम उद्योगों, हथकरघा बुनकरों, फूल उगाने वालों, धोबियों, नाइयों और ऑटो और टैक्सी ड्राइवरों समेत अन्य वर्गों को मदद प्रदान की जाएगी। सरकार की ओर से इन लोगों को सीधा पैसा दिया जाएगा।
जानें किसी मिलेगी कितनी मदद
येदियुरप्पा के ऐलान के अनुसार, फूल उगाने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की राहत दी जाएगी। वहीं धोबियों और नाइयों को मुआवजे के तौर पर 5,000 रुपये दिए जाएंगे। इसी तरह ऑटो और टैक्सी ड्राइवरों को भी 5,000 रुपये दिए जाएंगे। वहीं कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को 3,000 रुपये दिए जाएंगे। इन मजदूरों को पहले भी 2,000 रुपये दिए जा चुके हैं। हथकरघा बुनकरों के बैंक खाते में 2,000 रुपये डाले जाएंगे।
लघु और मध्यम उद्योगों के दो महीने के बिजली के फिक्स बिल माफ
अगर उद्योगों की बात करें तो लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) का अप्रैल और मई महीने का बिजली का फिक्स बिल माफ कर दिया गया है। वहीं बड़े उद्योगों के बिजली के बिलों का भुगतान दो महीने के लिए टाल लिया गया है। आम उपभोक्ताओं की बात करें तो अगर वे समय पर बिल का भुगतान करते हैं तो उन्हें एक प्रतिशत की छूट मिलेगी। वहीं पूरे साल का बिल एडवांस में भरने पर छह प्रतिशत की छूट मिलेगी।
लाखों लोगों को मिलेगी राहत, येदियुरप्पा बोले- लोग कर रहे आर्थिक मुश्किलों का सामना
इस दौरान येदियुरप्पा ने कहा, "पिछले डेढ़ महीने से लोगों को लॉकडाउन के कारण आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है... कोरोना वायरस से न केवल किसान प्रभावित हुए हैं। बल्कि नाइयों और धोबियों जैसे अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।" येदियुरप्पा के अनुसार उनके ऐलान से 60,000 धोबियों और 2.3 लाख नाइयों को राहत मिलेगी। इसके अलावा 7.75 लाख कैब ड्राइवरों, 18.10 लाख कंस्ट्रक्शन मजदूरों और 54,000 बुनकरों को भी उनके ऐलान से राहत मिलेगी।
एक हफ्ते के अंदर डाल दिए जाएंगे पैसे- येदियुरप्पा
प्रेस कॉन्फेंस के दौरान जब येदियुरप्पा से सवाल किया गया कि क्या राज्य के पास इस राहत पैकेज के सभी लाभार्थियों की मदद करने लायक राजस्व है तो उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के अंदर सभी लाभार्थियों के बैंक खाते में पैसे डाल दिए जाएंगे।
केंद्र सरकार ने किया था 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान
बता दें कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन से प्रभावित गरीब तबके की मदद के लिए केंद्र सरकार ने अभी तक 1.70 लाख करोड़ रुपये के केवल एक राहत पैकेज की घोषणा की है। इसमें बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग पेंशनधारकों और महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधे पैसे डालने से लेकर गरीबों को मुफ्त अनाज देने जैसे प्रावधान शामिल हैं। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मध्यम वर्ग को तीन महीने तक लोन की EMI न भरने जैसी राहतें दी हैं।
कर्नाटक में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
कर्नाटक में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 692 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से लगभग आधे 345 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, वहीं 29 की मौत हुई है। राज्य की राजधानी बेंगलुरू समेत तीन जिले रेड जोन में है। हालांकि राज्य सरकार चाहती है कि पांच से अधिक सक्रिय मामले वाले सभी जिलों को रेड जोन घोषित किया जाए। राज्य के 30 में से 14 जिले इस श्रेणी में आते हैं।