कर्नाटक विजय पर प्रशांत किशोर की कांग्रेस को हिदायत- इसे लोकसभा चुनाव का संकेत न माने
क्या है खबर?
राजनीतिक रणनीतिकार और बिहार में जन सुराज यात्रा निकाल रहे प्रशांत किशोर ने बुधवार को कांग्रेस को कर्नाटक चुनाव के परिणामों को लेकर गलतफहमी न पालने की हिदायत दी।
उन्होंने कहा, "कर्नाटक में कांग्रेस की सफलता पर मैं बधाई देता हूं, लेकिन मैं पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव के नतीजे को लोकसभा चुनाव का संकेत समझने की गलती के प्रति आगाह करना चाहता हूं।"
उन्होंने कुछ विधानसभा चुनावों का उदाहरण भी दिया।
बयान
किशोर ने किन-किन राज्यों का दिया उदाहरण?
किशोर ने कहा, "कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सफलता पाई, लेकिन कुछ महीने बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उसका प्रदर्शन खराब रहा। 2013-14 में कर्नाटक में भी यही हुआ।"
उन्होंने कहा, "2012 में समाजवादी पार्टी (सपा) उत्तर प्रदेश में स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन 2 साल बाद लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA ने राज्य की 80 में 73 सीटों पर जीत हासिल की।"