गुजरात: भूपेंद्र पटेल भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार, अमित शाह ने किया ऐलान
भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है और यह और कोई नहीं बल्कि मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ही हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को इसका ऐलान करते हुए कहा कि अगर अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला तो भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री बने रहेंगे। पटेल सितंबर, 2021 में विजय रूपाणी की जगह मुख्यमंत्री बने थे और तभी से पद पर कायम हैं।
क्या है भूपेंद्र पटेल को बरकरार रखने की वजह?
भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रखने की एक बड़ी वजह उनका पाटीदार समुदाय से होना है। गुजरात की कुल आबादी में लगभग 15 प्रतिशत पाटीदार हैं और इस समुदाय का राज्य की राजनीति पर बड़ा असर है। राज्य की कुल 182 विधानसभा सीटों में से लगभग 70 सीटें (38 प्रतिशत) ऐसी हैं जिन पर पाटीदार समुदाय निर्णायक भूमिका अदा करता है। ऐसे में पटेल के जरिए भाजपा इस समुदाय को साधने की कोशिश कर रही है।
कौन हैं भूपेंद्र पटेल?
सिविल इंजीनियर और गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियर्स एंड आर्किटेक्ट्स (GICEA) के सदस्य रहे भूपेंद्र पटेल राजनीति में आने से पहले 25 साल रियल एस्टेट का कारोबार कर चुके हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरूआत 1990 के दशक में अहमदाबाद की मेमनगर नगरपालिका से की और 1999-2000 और 2004-06 में दो बार इसके अध्यक्ष रहे। इसके बाद 2008 से 2010 के बीच वो दो साल के लिए अहमदाबाद नगर निगम (AMC) स्कूल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे।
पहली बार में ही पार्षद से AMC के प्रमुख बने पटेल
पटेल ने अपना पहला बड़ा चुनाव 2010 में AMC के थलतेज वार्ड से लड़ा और चुनाव में जीत दर्ज करके पार्षद बने। उन्होंने यहां भी बेहद तेजी से सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं और 2010 से 2015 तक AMC की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे। 2015 में उन्होंने अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (AUDA) के चेयरमैन का पद भी संभाला और उनके नेतृत्व में अमित शाह के लोकसभा क्षेत्र में आने वाले बोपाल-घूमा इलाके में कई विकास कार्य हुए।
2017 विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड वोटों से जीते पटेल
भूपेंद्र पटेल 2017 में पहली बार गुजरात विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरे और घाटलोडिया सीट से कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक वोटों से मात दी। ये इस चुनाव में किसी भी सीट पर जीत का सबसे बड़ा अंतर रहा। पटेल से पहले गुजरात की मुख्यमंत्री रहीं आनंदीबेन पटेल घाटलोडिया सीट से चुनाव लड़ती थीं। पटेल को आनंदीबेन का करीबी भी माना जाता है और उन्होंने उन्हीं के मार्गदर्शन में राजनीति सीखी है।
गुजरात में अगले महीने होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि अगले महीने गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। गुजरात में आमतौर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होता है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) की एंट्री ने मामले को त्रिकोणीय बना दिया है। AAP पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ रही है और उसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।