
छत्तीसगढ़: शीर्ष अधिकारियों और व्यापारियों के 40 ठिकानों पर ED की छापेमारी, 4 करोड़ रुपये बरामद
क्या है खबर?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने मंगलवार को मनी लांड्रिंग मामले में प्रदेश के छह शहरों में मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में उप सचिव सौम्या चौरसिया, रायगढ़ जिला कलक्टर रानू साहू सहित 16 अधिकारियों और कारोबारियों के 40 ठिकानों पर छापेमारी की।
इस दौरान टीम ने एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी के घर से चार करोड़ रुपये की नकदी, सोना और जेवर के साथ आवश्यक दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
इससे राज्य के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
कार्रवाई
किन अधिकारियों के आवासों पर हुई छापेमारी?
इंडिया टुडे के अनुसार, ED अधिकारियों CMO में उप सचिव सौम्या चौरसिया, CA विजय मालू, रायगढ़ जिला कलक्टर रानू साहू, IAS समीर बिश्नोई, महासमुंद में विकास निगम अध्यक्ष और पूर्व विधायक अग्नी चंद्रशेखर, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, खनन विभाग के प्रमुख जेपी मौर्या के घर पर छापेमारी की है।
इसी तरह कांग्रेस जिला अध्यक्ष बादल मक्कड़, रियल स्टेट व्यापारी सनी लूनिया, अजय नायडू, नवनीत तिवारी, लक्ष्मी तिवारी, रजनी तिवारी और शराब कारोबारी प्रिंस भाटिया घर भी कार्रवाई की गई है।
बरामदगी
छापेमारी में बरामद हुए चार करोड़ रुपये
ED की कार्रवाई से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी में एक IAS अधिकारी के घर से चार करोड़ रुपये की नकदी, सोना और जेवर बरामद किए गए हैं। इसी तरह IAS अधिकारियों के घर से हाल ही में खरीदी गई जमीनों को दस्तावेज मिले हैं।
ED अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों अधिकारियों ने हाल ही में धमतरी के कुस्र्द में जमीन में निवेश किया था। यह जमीन रायपुर से विशाखापट्टनम भारत माला प्रोजेक्ट के रास्ते में खरीदी गई थी।
कारण
खनिज विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर की कार्रवाई
ED सूत्रों के अनुसार, खनिज विभाग ने इसी साल जुलाई में कोयला कारोबार सेे जुड़ी कुछ कंपनियों की जांच की थी। इस दौरान अवैध खनन के कुछ मामलों में पुलिस में FIR भी दर्ज कराई गई थी। जांच में यह भी सामने आया था कि कुछ अधिकारी और नेता राज्य में कोयले की हर आवाजाही के लिए 25 रुपये प्रति टन का अवैध कमीशन लेते थे।
इसी आधार पर ED ने मंगलवार को सघन कार्रवाई करने का निर्णय किया था।
तैयारी
कार्रवाई में शामिल हुए पांच उपनिदेशक
सूत्रों ने बताया कि कार्रवाई के लिए ED के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से पांच उपनिदेशक और एक दर्जन से ज्यादा सहायक निदेशक छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। उनके निर्देशन में 10 से अधिक टीमों का गठन किया गया था।
इसी तरह कार्रवाई में सहयोग के लिए टीमों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 200 जवानों को भी तैनात किया गया था।
रायगढ़ जिला कलक्टर के आवास पर कई कमरों को सील भी किया गया है।
बयान
चुनाव तक बार-बार होगी कार्रवाई- मुख्यमंत्री बघेल
इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह आखिरी छापा नहीं है। चुनाव तक ऐसी कार्रवाई बार-बार होंगी। भाजपा सीधे लड़ नहीं पा रही है, तो ED, आयकर विभाग, DRI के जरिए लड़ने की कोशिश कर रही है। जनता जान चुकी है कि भाजपा सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। यह डराने-धमकाने का ही काम है।
उन्होंने कहा कि लोगों के साढ़े छह हजार करोड़ चिटफंड कंपनियों में फंसे हैं, लेकिन उस पर सरकार का ध्यान नहीं है।
प्रतिक्रिया
शर्मसार हुआ छत्तीसगढ़- पूर्व मुख्यमंत्री
पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश के 40 अधिकारियों के ठिकानों पर ED की कार्रवाई छत्तीसगढ़ शर्मसार हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले से ही ED की कार्रवाई का इंतजार कर रहे थे। उनकी काली कमाई का पर्दाफाश हुआ है।
उन्होंने कहा कि कोरबा में चाय ठेले से लेकर पान ठेले वाले भी जानते हैं कि कोयले में 25 स्र्पये प्रति टन की वसूली की जा रही है। कलक्टर को कलेक्टिंग एजेंट बनाया गया है।