गुजरात विधानसभा चुनाव: 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान, 8 दिसंबर को नतीजे
चुनाव आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। राज्य के 33 जिलों की सभी 182 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 1 दिसंबर को और दूसरे चरण का मतदान 5 दिसंबर को होगा। इसके बाद 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ ही नतीजे घोषित किए जाएंगे। आयोग के अनुसार, पहले चरण का नोटिफिकेशन 5 नवंबर और दूसरे चरण का 10 नंवबर को जारी किया जाएगा।
क्या है गुजरात विधानसभा चुनाव का पूरा कार्यक्रम?
चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 नवंबर होगी और दूसरे चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 17 नवंबर होगी। पहले चरण के नामांकनों की जांच 15 नवंबर और दूसरे चरण की जांच 18 नवंबर को होगी। इसी तरह पहले चरण के उम्मीदवार 17 नवंबर और दूसरे चरण के उम्मीदवार 22 नवंबर तक नामांकन वापस ले सकेंगे। इसी के साथ राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
4.9 करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे पार्टियों की किस्मत का फैसला
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि गुजरात में इस बार 4.9 करोड़ से अधिक मतदाता पार्टियों और उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 3.24 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान के लिए कुल 948 पोलिंग स्टेशनों पर 51,782 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें से 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। 12,474 केंद्रों पर केवल महिला और 182 पर दिव्यांग मतदान करेंगे। इसी तरह 142 मॉडल मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
दिव्यांगों के लिए की जाएगी विशेष व्यवस्था- आयोग
आयोग ने विकलांगों वोटरों के लिए विशेष व्यवस्था का ऐलान भी किया। उनकी सुविधा के लिए सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होंगे और यहां व्हीलचेयर के लिए रैंप मौजूद होंगे। उन्हें और बुजुर्गों को घर से वोटिंग करने का विकल्प भी मिलेगा।
सी-विजिल ऐप पर कर शिकायत कर सकेंगे मतदाता
चुनाव आयोग ने कहा कि निष्पक्ष मतदान के लिए विशेष तैयारी की है। मतदान के दौरान किसी भी तहर की गड़बड़ी पर मतदाता सी-विजिल ऐप पर शिकायत कर सकेंगे और शिकायत के 60 मिनट में उस पर कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने कहा कि राज्य की सभी जिलों में एक मतदान केंद्र पर केवल युवा कर्मचारी ही तैनात किए जाएंगे। फर्जी खबरों को रोकने और फैलाने वालों पर कार्रवाई के लिए सभी जिलों में सोशल मीडिया टीम बनाई जाएगी।
उम्मीदवारों को बताना होगा आपराधिक रिकॉर्ड
आयोग ने कहा कि इस बार राज्य में 9.80 लाख मतदाता 80 साल से अधिक उम्र के होंगे है। इसी तरह 1 अक्टूबर, 2022 तक 18 साल हुए 3.24 लाख युवाओं को मतदान का अधिकार दिया जाएगा। आयोग ने कहा कि चुनाव में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को अपना आपराधिक रिकॉर्ड बताना होगा और प्रादेशिक या राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र में उसकी जानकारी प्रकाशित करानी होगी। पार्टी को भी उन्हें टिकट देने का कारण बताना होगा।
18 फरवरी को खत्म हो रहा है मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल
बता दें कि गुजरात की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को खत्म हो रहा है और इससे पहले नई सरकार बनना जरूरी है। अभी राज्य में भाजपा की सरकार है और 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में उसने राज्य की 182 में से 99 सीटों पर कब्जा किया था। कांग्रेस के खाते में 77 सीटें गई थीं और वह मुख्य विपक्षी पार्टी है। राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बारी-बारी से सरकार बनाने का चलन रहा है।
गुजरात में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला
गुजरात में आमतौर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होता है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) भी अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है। पिछले 37 सालों में गुजरात में कांग्रेस और भाजपा ने ही शासन किया है और पिछले कुछ सालों से भाजपा ही गुजरात में सरकार चला रही है। हालांकि, पिछले साल कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन वह सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो पाई।
हिमाचल में एक ही चरण में होगा मतदान
इससे पहले 14 अक्टूबर को आयोग ने हिमाचल विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया था। वहां 12 जिलों की सभी 68 सीटों पर एक ही चरण में 12 नवंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे। उस दौरान गुजरात की तरीखों का ऐलान न करने पर आयोग ने कहा था कि दोनों राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने में 40 दिन का समय होने के कारण गुजरात की तारीखें घोषित नहीं की गई है।