अटल विश्वविद्यालय में 16 अक्टूबर से हिंदी भाषा में होगी MBBS की पढ़ाई- अमित शाह
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर में कहा कि इंजीनियरिंग (BTech) के बाद अब मेडिकल (MBBS) की पढ़ाई भी हिंदी भाषा में की जा सकेगी। उन्होंने मातृभाषा में तकनीकी पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने वाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 का भी जिक्र किया और कहा कि 16 अक्टूबर से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय हिंदी में MBBS की पढ़ाई शुरू करेगा।
मातृभाषा में अध्ययन करने से बेहतर शोध कर सकते हैं छात्र- अमित शाह
गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (GTU) के परिसर के शिलान्यास के दौरान शाह ने कहा कि NEP ने मातृभाषा को प्रोत्साहित किया है क्योंकि जब छात्र अपनी मातृभाषा में सोचेगा, तो वह बेहतर तरीके से शोध कर सकता है। उन्होंने कहा, "कुछ लोगों को यह अजीब लग सकता है, लेकिन मैं यह दोहराना चाहता हूं कि जब छात्र अपनी मातृभाषा में सोचते हैं, बात करते हैं और अध्ययन करते हैं, तो वह रटने की तुलना में बेहतर शोध कर सकते हैं।"
भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था- अमित शाह
NEP के फायदे गिनाते हुए उन्होंने कहा, "NEP सिर्फ एक किताब नहीं है, बल्कि एक पुस्तकालय है ...भारतीय भाषा, कला और संस्कृति को प्राथमिकता दी गई है। प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी के माध्यम से लोगों के जीवन स्तर को सुधारने की पहल की है।" उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में बात करते हुए कहा कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें नंबर पर थी, जबकि अब यह दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
आठ सालों में देश के अस्पतालों की संख्या 387 से बढ़कर 596 हुई- अमित शाह
बता दें गुजरात में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने है इसीलिए राज्य में राजनीति गर्म होती जा रही है। इस चुनाव में राजनीतिक जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी (AAP) शिक्षा और स्वास्थ्य को मुद्दा बना रही है। इसी संदर्भ में शाह ने यहां कहा कि 2014 तक देश में मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या 387 थी, पिछले आठ सालों में प्रधानमंत्री की अगुवाई में इनकी संख्या अब 596 हो गई है।
कलोल में 750 बिस्तरों वाले अस्पताल के शिलान्यास में शामिल हुए शाह
गुजरात के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को शाह ने कलोल में 750 बिस्तरों वाले आदर्श मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के शिलान्यास में हिस्सा लिया। इसके अलावा उन्होंने गांधीनगर जिले के मनसा तालुका के सामौ गांव में 34.74 करोड़ रुपये की लागत वाला एक शहीद स्मारक और पुस्तकालय शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने गांधीनगर जिले में रूपल और मनसा में बहुचाराजी के मंदिरों का भी दौरा किया।
न्यूजबाइट्स प्लस
केंद्र सरकार ने 2020 में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी। इस दौरान मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया था। इस नीति में सभी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एक ही नियामक रखने और MPhil को खत्म करने का फैसला लिया गया था। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में बनाई गई थी। बता दें कि पुरानी शिक्षा नीति 1986 में ड्राफ्ट हुई थी और 1992 में इसमें संशोधन किया गया था।