AAP उम्मीदवार शैली ओबरॉय फिर चुनी गईं दिल्ली की मेयर
आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार शैली ओबरॉय निर्विरोध रूप से 2023-24 सत्र के लिए दिल्ली नगर निगम (MCD) की मेयर चुनी गई हैं। भाजपा उम्मीदवार शिखा राय ने अपना नामांकन वापस ले लिया था, जिसके बाद ओबरॉय मेयर के तौर पर चुनी गईं। MCD अधिनियम के अनुसार, हर साल 1 अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र में दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव किया जाता है।
AAP ने डिप्टी मेयर का चुनाव भी निर्विरोध जीता
AAP के डिप्टी मेयर के उम्मीदवार और मटिया महल (वार्ड 76) के पार्षद आले मोहम्मद इकबाल भी निर्विरोध डिप्टी मेयर का चुनाव जीत गए हैं। भाजपा की डिप्टी मेयर की उम्मीदवार सोनी पांडेय ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया था।
DU में असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुकी हैं शैली
शैली ओबरॉय 2013 में AAP में शामिल हुई थीं और दिल्ली के पूर्वी पटेल नगर (वार्ड 86) से पार्षद हैं। उन्होंने इस बार पहली बार MCD का चुनाव लड़ा था। 39 वर्षीय शैली दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुकी हैं। उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से दर्शनशास्त्र में PhD की डिग्री हासिल की है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की थी।
दिल्ली की जनता को मिले ईमानदार मेयर और डिप्टी मेयर- AAP
AAP ने ट्वीट किया, 'दिल्लीवासियों को बधाई। दिल्ली की जनता को एक बार फिर मिले ईमानदार मेयर और डिप्टी मेयर। शैली ओबरॉय मेयर और मोहम्मद इकबाल डिप्टी मेयर का चुनाव जीते। दिल्ली को स्वच्छ और विश्वस्तरीय शहर बनाना AAP की प्राथमिकता है।' दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर ओबरॉय और इकबाल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि लोगों को उनसे काफी उम्मीदें हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए काफी मेहनत करनी चाहिए।
दूसरी बार दिल्ली की मेयर बनी हैं शैली
शैली दूसरी बार दिल्ली की मेयर बनी हैं। पहली बार उन्होंने फरवरी में हुए चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराया था। शैली को 150 वोट, जबकि रेखा को 116 वोट मिले थे। MCD का नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू होता है और हर सत्र में एक नया मेयर चुनना होता है, इसलिए अब दोबारा मेयर के लिए चुनाव हुआ और इसमें भी शैली ने जीत दर्ज की।
पहले वर्ष में महिलाओं के लिए आरक्षित है मेयर का पद
बता दें कि दिल्ली नगर निगम के मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है। मेयर का पद पहले वर्ष में महिलाओं के लिए, जबकि दूसरे साल से सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होता है। स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव भी मेयर के चुनाव के साथ होता है, लेकिन मामला दिल्ली हाई कोर्ट में लंबित होने के कारण इस बार स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव नहीं होगा।
क्या रहे थे MCD चुनाव के नतीजे?
MCD चुनाव में AAP ने 250 में से कुल 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं भाजपा ने 104 और कांग्रेस ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की। वोट शेयर की बात करें तो AAP को चुनाव में 42 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे, जबकि 2017 में हुए पिछले चुनाव में उसे मात्र 25 प्रतिशत वोट मिले थे। भाजपा का वोट शेयर भी पिछले चुनाव में 35.5 प्रतिशत से बढ़कर 39 प्रतिशत हो गया था।