जासूसी मामला: AAP मुख्यालय के बाहर भाजपा का बड़ा प्रदर्शन, मनीष सिसोदिया का इस्तीफा मांगा
क्या है खबर?
भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं ने जासूसी मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यालय के बाहर अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद प्रवेश वर्मा, मनोज तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल की अगुवाई में यह प्रदर्शन हुआ।
पुलिस ने इस प्रदर्शन के दौरान वीरेंद्र सचदेवा और मनोज तिवारी को हिरासत में लिया।
प्रदर्शन क्यों
क्या है जासूसी का मामला?
दरअसल, मनीष सिसोदिया पर फीडबैक यूनिट (FBU) के जरिए विपक्षी पार्टियों के नेताओं की जासूसी करने के आरोप लगे हैं।
दिल्ली में AAP के सत्ता में आने के बाद 2015 में सतर्कता विभाग के अंतर्गत FBU बनाई गई थी और इस सतर्कता विभाग के प्रमुख सिसोदिया हैं।
बुधवार को ही गृह मंत्रालय ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को इस मामले में मुकदमा दर्ज करके जांच की अनुमति दी थी।
पुलिस
दिल्ली पुलिस ने वीरेंद्र सचदेवा और मनोज तिवारी को हिरासत में लिया
प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने AAP मुख्यालय में घुसने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने वीरेंद्र सचदेवा और सांसद मनोज तिवारी को हिरासत में ले लिया।
दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर दोनों लाइनों में बैरिकेडिंग लगाई और मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया।
प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई और भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की।
बयान
भाजपा नेताओं के क्या आरोप हैं?
दिल्ली भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने FBU का गठन करके राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला है।
उन्होंने कहा, "FBU सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिपोर्ट करती है और इसे AAP के राजनीतिक विरोधियों, मीडिया संगठनों और व्यापारिक घरानों सहित अन्य महत्वपूर्ण लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने को कहा गया है।"
भाजपा नेताओं ने सिसोदिया के खिलाफ नारेबाजी भी की और उन्हें उपमुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की।
बयान
सिसोदिया ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर क्या कहा?
गृह मंत्रालय से CBI जांच की मंजूरी मिलने के बाद सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था, 'अपने प्रतिद्वंदियों को झूठे केस में फंसाना कमजोर और कायर इंसान की निशानी है। जैसे-जैसे AAP बढ़ेगी, हम पर और भी बहुत केस किए जाएंगे।'
वहीं AAP ने कहा, 'हमारे ऊपर लगे सभी आरोप फर्जी हैं। CBI, दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों ने हमारे खिलाफ करीब 163 मुकदमे दर्ज किए हैं। हालांकि, केंद्र सरकार एक भी मामला साबित नहीं कर पाई है।'