चेहरे से झुर्रियां दूर कर सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
एक वक्त था जब झुर्रियों को बुढ़ापे की निशानी माना जाता था, लेकिन आज के समय में यह समस्या युवाओं में भी आम हो गई है। इसका मुख्य कारण प्रदूषित वातावरण के साथ-साथ बिगड़ती दिनचर्या और अनियमित खान-पान आदि माने जाते हैं। अगर आपको भी असमय इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो कुछ योगासन की मदद से आप इससे काफी हद तक राहत पा सकते हैं। आइए योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं।
वज्रासन
वज्रासन के अभ्यास के लिए घुटनों के बल योगा मैट पर बैठें। इस स्थिति में अपने दोनों पैरों के अंगुठों को साथ में मिलाएं और एड़ियों को अलग रखें। अब अपने नितंबों को एड़ियों पर टिकाकर अपनी हथेलियां को घुटनों पर रखें। इस दौरान अपनी पीठ और सिर को सीधा रखें। इसके बाद आंखें बंद करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इस अवस्था में कम से कम 5-10 मिनट तक बैठने की कोशिश करें, फिर सामान्य हो जाएं।
हलासन
हलासन के लिए पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं, फिर अपने हाथों को शरीर से सटाकर रखें। अब सांस लेते हुए पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं और फिर सांस छोड़ते हुए टांगों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर से पीछे की ओर ले जाएं। इस दौरान हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा ही रखें। इसके बाद सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
शीर्षासन
शीर्षासन करने के लिए पहले योगा मैट पर वज्रासन की अवस्था में बैठें, फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक करते हुए आगे की तरफ झुककर हाथों को जमीन पर रखें। अब अपने सिर को झुकाकर जमीन से सटाएं। फिर पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं और सीधे कर लें। कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में बने रहे और सामान्य गति से सांस लेते रहें। फिर सांस छोड़ते हुए पैरों को नीचे करें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं और फिर घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम एक-दो मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ मिनट विश्राम करें।