मेडिटेशन करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान, मिलेगा पूरा फायदा
मेडिटेशन यानि ध्यान लगाने से न सिर्फ शारीरिक बल्कि कई तरह के मानसिक लाभ भी मिलते हैं। हालांकि ये सभी लाभ तभी मिलते हैं जब मेडिटेशन सही तरह से किया जाए। दरअसल, कुछ लोगों को लगातार मेडिटेशन करने से भी पर्याप्त लाभ नहीं मिल पाता क्योंकि वे मेडिटेशन के नियमों को फॉलो नहीं करते हैं। आइए आज हम आपको मेडिटेशन से जुड़े कुछ ऐसे नियम बताते हैं जिन्हें ध्यान में रखने से आपको इसका पूरा लाभ मिल सकता है।
एक शांत जगह चुनें
मेडिटेशन के अभ्यास के लिए एक ऐसी जगह चुनें जो शोर-शराबे से मुक्त हो और यहां शांति होनी चाहिए। अगर आप घर के किसी कमरे में मेडिटेशन करने वाले हैं तो ध्यान रखें कि वह कमरा हवादार और कम से कम लाइट वाला होना चाहिए। इसके साथ ही कमरे में किसी तरह की बदबू नही होनी चाहिए क्योंकि इससे मेडिटेशन के दौरान आपका ध्यान भटक सकता है। इसके अलावा मेडिटेशन के लिए आरामदायक योगा मैट चुनें।
सही समय पर मेडिटेशन करें
मेडिटेशन के समय का भी अपना एक अलग महत्व है। मेडिटेशन के अभ्यास के लिए सूर्योदय का समय सबसे अच्छा माना जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि सुबह के समय आपका शरीर तनाव मुक्त और नई ऊर्जा से भरपूर होता है। इसलिए अगर आप अपने डेली रूटीन में मेडिटेशन के अभ्यास को शामिल करने वाले हैं तो इसके लिए सुबह 6 से 7 बजे के बीच के समय का चयन करें।
यूं करें ध्यान केंद्रित
कई लोग मेडिटेशन का अभ्यास करते समय जबरदस्ती अपने मन को शांत करने की कोशिश करते हैं और सोचते रहते हैं कि दिमाग में कोई भी विचार न आएं। हालांकि ऐसा करने से तरह-तरह के विचार उनके मन में अधिक आते हैं। बेहतर होगा कि आप अपने मन और दिमाग को स्वतंत्र छोड़ दें और सिर्फ अपनी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया पर ध्यान दें। इसके साथ ही मुंह से ओम का उच्चारण करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
मेडिटेशन का अभ्यास खाली पेट करना चाहिए क्योंकि इससे आप अपने शरीर की सारी ऊर्जा का इस्तेमाल ध्यान केंद्रित करने में कर पाएंगे। वहीं मेडिटेशन के अभ्यास से पहले कुछ मिनट वार्मअप करें। इससे पूरे शरीर में खून का संचार होना शुरू हो जाएगा जो मेडिटेशन की प्रक्रिया में मददगार साबित होता है। इसी के साथ मेडिटेशन के समय हमेशा ढीले कपड़े पहनें क्योंकि टाइट कपड़े ध्यान को भटकाने का कारण बन सकते हैं।