शीर्षासन: स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है इस मुश्किल योगासन का अभ्यास, जानिए इससे जुड़ी अहम बातें
आजकल ज्यादातर लोग किसी न किसी कारणवश स्वास्थ्य के साथ समझौता कर रहे हैं और इस कारण उन्हें तनाव, अवसाद और खराब पाचन समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आप चाहते हैं कि ऐसी कोई भी समस्या आपको न हो तो इसमें शीर्षासन जैसे कुछ योगासनों का अभ्यास आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका अभ्यास करना भले मुश्किल हो, लेकिन इसके फायदे अनेक हैं। चलिए फिर आपको शीर्षासन से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां देते हैं।
शीर्षासन क्या है?
शीर्षासन एक प्रकार का योगासन है जिसके अभ्यास के दौरान शरीर पूरी तरह से उल्टा होता है। इसका अभ्यास सिर के बल खड़े होकर किया जाता है और इसलिए इस आसन को सबसे कठिन योगासन माना जाता है। लेकिन नियमित तौर पर इस योगासन का अभ्यास करने से आपको अपने शरीर में सकारात्मक प्रभाव दिख सकते हैं। यह योगासन शरीर को लचीला बनाने के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक संतुलन बढ़ाने में भी मदद करता है।
शीर्षासन करने का तरीका
सबसे पहले चटाई पर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं। फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक करते हुए आगे की तरफ झुककर हाथों को जमीन पर रखें। अब अपने सिर को झुकाकर जमीन से सटाएं। फिर पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं और सीधे कर लें। कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में बने रहे और सामान्य गति से सांस लेते रहें। फिर सांस छोड़ते हुए पैरों को नीचे करें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
शीर्षासन के अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
1) अगर शरीर में कमजोरी, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या बेरी एन्यूरिज्म (दिमाग की नसों से जुड़ी समस्या) आदि से ग्रस्त हैं तो इस योगासन का अभ्यास न करें। 2) 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गर्भवती महिलाओं को भी इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। 3) अगर कंधे, भुजाओं, कमर, सिर, पेट या गर्दन में दर्द हो तो भी इस योगासन का अभ्यास करने से बचें।
शीर्षासन के अभ्यास से मिलने वाले फायदे
शीर्षासन का नियमित तौर पर अभ्यास कई प्रकार से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। उदाहरण के तौर पर इसका नियमित अभ्यास शरीर को लचीला बनाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त रीढ़ की हड्डी समेत पाचन तंत्र आदि पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बात अगर इसके अभ्यास से मिलने वाले मानसिक फायदों की करें तो यह तनाव से आजादी दिलाने में काफी मददगार सिद्ध हो सकता है।
शीर्षासन का अभ्यास करने से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
1) अगर आप इस योगासन का अभ्यास पहली बार करने जा रहे हैं तो विशेषज्ञ की निगरानी में करें। 2) इस योगासन की शुरुआत में संतुलन बनाना मुश्किल हो सकता है, इसलिए दीवार का सहारा लें। 3) अभ्यास के दौरान शरीर का पूरा भार सिर्फ सिर पर न डालें बल्कि बाहों और कंधों पर भी रखें। 4) इस मुद्रा से सामान्य अवस्था में धीरे-धीरे आएं ताकि गले में झटका न लगे। 5) इसका अभ्यास सुबह खली पेट करें।