जिंक की कमी से जुड़े इन शारीरिक संकेतों को न करें नजरअंदाज, हो सकता है नुकसान
जिंक एक आवश्यक खनिज है, जो कोशिकाओं के विकास, शरीर को ठीक करने और एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित करने में मदद करता है। इसकी कमी शरीर के कार्यों को प्रभावित कर सकती है और इसकी अधिक मात्रा विषाक्तता का कारण बन सकती है। यही कारण है कि जिंक सप्लीमेंट्स केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लेने चाहिए। आइए आज जिंक की कमी से जुड़े शारीरिक संकेतों के बारे में जानते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
बालों का झड़ना
क्या आपके अधिक बाल झड़ रहे हैं? इसका कारण जिंक की कमी हो सकती है। दरअसल, जिंक को बालों के विकास और रखरखाव के लिए जरूरी खनिज माना जाता है और इसकी कमी से बाल झड़ने या पतले होने की समस्या हो सकती है। हालांकि, झड़ते बालों का कारण कुछ और भी हो सकता है, इसलिए डॉक्टरी जांच को प्राथमिकता दें। यहां जानिए बदलते मौसम में बालों के झड़ने का कारण बनने वाली गलतियां।
आंखों की समस्या
आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी जिंक महत्वपूर्ण है, लेकिन अगर किसी कारणवश इस खनिज की कमी हो जाए तो दृष्टि में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपकी आंखों की रोशनी कम होने लगी है तो आंखों के विशेषज्ञ से जांच करवाएं ताकि इसका असल कारण पता चल सके क्योंकि टीवी, मोबाइल और लैपटॉप जैसे उपकरणों का अधिक उपयोग भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। यहां जानिए आंखों को स्वस्थ रखने के तरीके।
पाचन का प्रभावित होना
शरीर में जिंक की कमी के कारण पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। जब शरीर में जिंक की कमी होती है तो इससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है, जिसके कारण पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। अगर आपको काफी समय से अपच, गैस, कब्ज या फिर पेट दर्द जैसी किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
त्वचा संबंधी समस्याएं
आमतौर पर लोग त्वचा की समस्याओं का कारण मौसम में बदलाव या त्वचा की देखभाल सही से न करने को समझते हैं, लेकिन इसके लिए जिंक की कमी भी जिम्मेदार हो सकती है। दरअसल, त्वचा का स्वास्थ्य पोषक तत्वों के सेवन पर भी निर्भर करता है, इसलिए अगर जिंक की कमी हो जाए तो रूखी त्वचा, सूजन या अन्य कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। यहां जानिए त्वचा को स्वस्थ रखने वाले खाद्य पदार्थ।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
अगर आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में जिंक नहीं है तो इस वजह से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित होती है। इस वजह से घावों और बीमारियों को ठीक होने में ज्यादा समय लगता है और इससे शरीर अंदर से काफी कमजोरी महसूस करता है। इसके अतिरिक्त जिंक की कमी के कारण शरीर के संक्रमित होने की संभावना होने की संभावना बढ़ जाती है।