उनमानी मुद्रा: बेहद लाभदायक है यह योग, जानिए इसके अभ्यास का तरीका और महत्वपूर्ण बातें
हस्त मुद्राएं स्वास्थ्य के लिए बेहद ही लाभदायक मानी जाती हैं क्योंकि ये न सिर्फ शरीर को सेहतमंद बनाती हैं बल्कि मन और दिमाग को शांत रखने में भी मदद करती हैं। ऐसी कई योग हस्त मुद्राएं हैं, जिन्हें रोजाना करने की सलाह दी जाती है और इन्हीं में से एक है उनमानी मुद्रा, जिसका नियमित अभ्यास स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। चलिए फिर इस मुद्रा के अभ्यास का तरीका और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
उनमानी मुद्रा के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या फिर किसी भी अरामादायक की मुद्रा में बैठ जाएं और अपनी दोनों आंखों को बंद कर लें। अब अपने भौहों के बीच के हिस्से पर अपना सारा ध्यान केंद्रित करें, जिसे तीसरी आंख के रूप में भी जाना जाता है और अपने मन से बाकी सारे विचार निकाल दें। कुछ मिनट इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें और मुद्रा को छोड़ दें।
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
कुछ खाने या पीने के तुरंत बाद इस मुद्रा का अभ्यास न करें क्योंकि इससे पाचन क्रिया पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। उनमानी मुद्रा का अभ्यास चलते-चलते नहीं करना चाहिए बल्कि इस दौरान स्थिर रहना चाहिए। आप चाहें तो लेटकर भी इसका अभ्यास कर सकते हैं। मुद्रा का अभ्यास करने से पहले गहरी सांस लें और अभ्यास के दौरान अपनी सांस को सामान्य रखें। इसके अतिरिक्त, नाक से ही सांस लें।
उनमानी मुद्रा के रोजाना अभ्यास से मिलने वाले फायदे
इस मुद्रा के अभ्यास से चेतना शक्ति की प्राप्त होती है। यह मुद्रा भूख और प्यास को नियंत्रित करने में मददगार है। इस मुद्रा के अभ्यास से आत्मविश्वास बढ़ता है और गुस्सा नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इस मुद्रा से पाचन तंत्र की कार्यक्षमता बढ़ाने में काफी मदद मिलती है। यह मुद्रा मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम को ऊर्जान्वित करने में सहायक है। यह मुद्रा मन और शरीर में संचित तनाव को दूर करके आराम देने में मदद करती है।
मुद्रा के अभ्यास से जुड़ी महत्वपूर्ण टिप्स
अगर आप पहली बार इस मुद्रा का अभ्यास करने जा रहे है तो किसी योग प्रशिक्षक की देखरेख में यह अभ्यास करें। इस मुद्रा का अभ्यास करते समय शरीर में अधिक तनाव पैदा न करें और शांत दिमाग से इसका अभ्यास करें। बेहतर होगा कि आप इस मुद्रा का अभ्यास सुबह आठ बजे से पहले करें क्योंकि इससे आपको इसका भरपूर फायदा मिल सकता है। वहीं, इस मुद्रा का अभ्यास किसी शांत जगह में करें।