मनोरोग OCD के खतरे को कम कर सकते हैं ये योगासन
क्या है खबर?
मनोग्रसित बाध्यता विकार (Obsessive Compulsive Disorder) एक मानसिक बीमारी है, जिससे ग्रस्त व्यक्ति अपने मन और सोच पर काबू नहीं रख पाता है।
इस वजह से व्यक्ति एक ही काम को करने के बारे में बार-बार सोचने लगता है या फिर एक ही काम को बार-बार करने लगता है।
आइए आज कुछ योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं, जो इस बीमारी के खतरे को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
#1
मार्जरी आसन
मार्जरी आसन के अभ्यास के लिए पहले योगा मैट पर वज्रासन की स्थिति में बैठें, फिर हाथों को आगे की ओर फैलाकर घुटनों के बल आ जाएं।
अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें।
इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें, फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
#2
विपरीतकरणी आसन
विपरीतकरणी आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे पीठ के बल लेट जाएं।
अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठा कर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर होने चाहिए।
इसके बाद अपने नितंब को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें।
#3
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन के लिए पहले योग मैट पर अपने दोनों पैरों को आपस में सटाक और आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
अब दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं, फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें।
कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें, फिर गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।
#4
बालासन
बालासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठें और गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं, फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुककर माथे को जमीन से सटाएं।
इस अवस्था में दोनों हाथ सामने, माथा जमीन से टिका हुआ और छाती जांघों पर रहेगी।
कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहकर सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इसके बाद सांस लेते हुए वापस वज्रासन की मुद्रा में आ जाएं और सामान्य हो जाएं।